Spread the love

राष्ट्रीय लोक अदालत में न्यायालयों में लंबित 571 और प्रिलिटिगेशन के 4000 मामलों का हुआ ऑन द स्पॉट निष्पादन…

सरायकेला : संजय मिश्रा

Advertisements
Advertisements

राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण तथा झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशन में व्यवहार न्यायालय परिसर सरायकेला और अनुमंडल व्यवहार न्यायालय चांडिल में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। जिसमें समाचार लिखे जाने तक सरायकेला में कुल गठित पाँच पीठ में तथा चांडिल में गठित दो पीठ में न्यायालय में लंबित करीब पांच सौ इकहत्तर (571) मामलों का निष्पादन किया गया। तथा प्री लिटिगेशन के करीब चार हज़ार (4000) मामलों सहित कुल चार हज़ार पाँच सौ इकहत्तर (4571) मामलों का निष्पादन किया गया। जिसमें करीब डेढ़ करोड़ सरकारी राजस्व की भी प्राप्ति हुई। निष्पादन होने योग्य मामलों में बैंक के मामले, एक्साइज एक्ट के मामले, बिजली विभाग के मामले तथा अपराधिक सुलहनीय तथा अन्य प्रकृति के मामले शामिल रहे। ज़िले के एक लाख उनतीस हज़ार से अधिक लाभुकों को चिंहित कर करीब 54 करोड़ की परिसंपत्ति का वितरण भी किया गया।

कार्यक्रम की शुरुआत प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश विजय कुमार, प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय, उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला, पुलिस अधीक्षक डॉ विमल कुमार, जिला जज प्रथम, जिला जज द्वितीय, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी, अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी, चांडिल न्यायालय के जिला न्यायाधीश प्रथम, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी तथा अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी, जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष तथा सचिव ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्वलन कर किया। इस अवसर पर जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव एवं अन्य वरिष्ठ अधिवक्ता के साथ व्यवहार न्यायालय के अन्य न्यायिक अधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद रहे। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश विजय कुमार ने इस अवसर पर सभी विभागों का आभार व्यक्त करते हुए बड़ी संख्या में लोगों से सम्मिलित होने की बात कही। तथा लोक अदालत का लाभ उठाने की बात कही। उपायुक्त ने लोक अदालत की महत्ता पर प्रकाश डाला। पुलिस अधीक्षक ने सभी विभागों से मिलजुलकर काम करने का अनुरोध किया। सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार कुमार क्रांति प्रसाद ने लोक अदालत की उपयोगिता के बारे में बताते हुए मामले के त्वरित निष्पादन होने की बात कही। कार्यक्रम को जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष तथा सचिव ने भी संबोधित किया।

Advertisements

You missed