पटना : प्रयागराज महाकुंभ _ संसद में संग्राम
क्या भगदड़ में हुई कोई साजिश ?
संजय कुमार विनीत
(वरिष्ठ पत्रकार एवं राजनैतिक स्तंभकार, पटना)
पटना : संसद की दो सदनों में महाकुंभ में हूई । भगदड़ को लेकर अपुष्ट खबरों के साथ विपक्षी सांसदों द्वारा हंगामा मचाया जा रहा है। विपक्षी सांसदों के बयानों पर अगर गौर फरमाये तो एक माननीय द्वारा ऐसे बयानों की उम्मीद कम से कम एक जागरूक नागरिक तो नहीं ही कर सकता हैं। पटना साहिब से भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने लोकसभा में एक चौकानें वाला बयान देते हुए इस भगदड़ में एक सोची समझी साज़िश के तहत भगदड़ करवाये जाने और जांच के बाद इस घटना के पीछे जो लोग थे, उनका सर शर्म से झुक जाने की बात कही है। महाकुंभ में व्यवस्था को लेकर एक ओर जहां संत समाज काफी खुश हैं तो श्रद्धालुओं को भी प्रसन्नचित्त स्नान करने की बात सामने आ रही है।
महाकुंभ भगदड़ के संबंध में अगर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे की बात करें तो वो सदन में भाजपा को घेरने के लिए भगदड़ में हजारों श्रद्धालुओं की मौत की बात करके श्रद्धांजलि अर्पित करने लगे तो, दूसरी ओर सपा सांसद जयाप्रदा ने तो दिवंगत श्रद्धालुओं को पवित्र गंगा में दवा कर रखने और गंगा जल को प्रदुषित होने की बात करने लगी। सपा के ही एक अन्य सांसद राम गोपाल यादव ने जहाँ गंगा किनारे दिवंगत श्रद्धालुओं को दफनाने की बात करते हुए बालू कुरेदने पर लाशें निकलने की बात करते नजर आये। राजद सांसद मनोज झा ने तो एक कदम आगे बढते हुए भगदड़ के बाद एक ट्रक मोबाइल पाये जाने की बात करते रहे, हलांकि वो खुद अपने बयानों में इसे अपुष्ट खबर बता रहे हैं।
महाकुंभ के शुरुआत के पहले से ही महाकुंभ की तैयारी को लेकर सपा खासकर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने भाजपा विरोध में योगी आदित्यनाथ को घेरने का असफल प्रयास करते रहें हैं और जैसे जैसे महाकुंभ प्रारंभ होकर अपने दिव्यता की ओर अग्रसर होने लगा विरोध की गति तीव्र होती चली गयी। सोशल मीडिया पर ऐसे दर्जनों विडियो देखे जा सकते हैं, जिसमें किये गए वास्तविकता से आप खुद कभी सहमत नहीं हो सकते। हां, इतने बड़े आयोजन में थोड़ी अव्यवस्था हो सकती है, पर महाकुंभ से सरोकार रखने वाले संत समाज और श्रद्धालुओं में प्रसन्नता और संतोष देखी जा सकती है।
फिलहाल आप सपा के दोनों सांसद जयाप्रदा और रामगोपाल यादव के बयानों को देखें तो लगता है कि इन दोनों ने एक ही पार्टी के होते हुए भी आरोप लगाने से पहले एकसाथ बैठ कर आपस में विचार विमर्श नहीं किया है, दोनों ही भगदड़ में दिवंगत श्रद्धालुओं को योगी सरकार पर ठिकाने लगाने की अलग अलग बात कर रहें हैं। वहीं अगर राजद सांसद के बयान को देखें तो भगदड़ वाली जगह से एक ट्रक भरकर मोबाइल फोन का पाया जाना, हास्यास्पद प्रतीत होता है। क्योंकि एक ट्रक में एक लाख से कहीं ज्यादा मोबाइल रखे जा सकते हैं। ऐसे अपुष्ट खबरों से सरकार को सिर्फ घेरने के लिए घेरना माननीय द्वारा अच्छा नहीं माना जा सकता है।
भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि जब भी कुंभ और सनातन धर्म का नाम लिया जाता है तो विपक्ष को परेशानी हो जाती है। रवि शंकर प्रसाद ने सदन में साफ तौर पर कहा कि सनातन का अपमान नहीं सहन करेगा हिंदुस्तान. लोकसभा में महाकुंभ हादसे पर चर्चा के दौरान उन्होंने चौंकाने वाला दावा करते हुए कहा कि महाकुंभ हादसे में षड्यंत्र की बू आ रही है। महाकुंभ में हुई घटना की जांच चल रही है और जब जांच पूरी हो जाएगी तो घटना के पीछे जो लोग थे, उन्हें शर्म से सिर झुकाना पड़ेगा।
विदित हो कि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जारी महाकुंभ में प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु संगम में स्नान कर रहे हैं,भारत समेत दुनिया के विभिन्न देशों से भी लोग महाकुंभ में गंगा, यमुना, सरस्वती के त्रिवेणी संगम में स्नान कर रहे हैं। हालांकि, बीते दिनों मौनी अमावस्या के दिन महाकुंभ में भगदड़ की घटना हुई थी और इस घटना में कम से कम 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी और कई लोग घायल भी हुए थें ।
फिलहाल, प्रयागराज में महाकुंभ अपने पुरे दिव्यता पर है।उम्मीद से ज्यादा श्रद्धालुओं की भीड़ जुट रही है और संत समाज और श्रद्धालु प्रसन्नतापूर्वक पवित्र स्नान कर रहें हैं। जबतक महाकुंभ जारी है राजनैतिक रोटियां सेंकी जाती रहेगी । संत समाज महाकुंभ विरोधी बयानों का जोरदार तरीके से विरोध भी कर रही है। श्रद्धालुओं का आना जाना और पवित्र स्नान जारी है। सरस्वती पूजा के अवसर पर तीसरा और अंतिम शाही स्नान पुरी भव्यता और श्रद्धा से संपन्न हुआ और आगामी 26 फरवरी को महाकुंभ का समापन होना है।