
अपने अधिकारों का गलत उपयोग कर रही ट्रैफिक पुलिस विश्वरंजन सिन्हा.
आजसू नेताओं पर हुए केस पर प्रखंड सचिव ने उच्चस्तरीय जांच कराने की रखी मांग…
रामगढ़ ब्यूरो (इन्द्रजीत कुमार)
आजसू पार्टी के पतरातू प्रखंड सचिव विश्वरंजन सिन्हा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई। प्रेस विज्ञप्ति में विश्वरंजन सिन्हा ने कहा कि आजसू पार्टी क जिलाध्यक्ष दिलीप दांगी, जिला उपाध्यक्ष धर्मेंद्र साव भोपाली सहित अन्य आजसू नेताओं पर दुर्भावना से ग्रसित होकर केस दर्ज किया गया। दुनिया तकनीकी रूप से निरंतर आगे निकल रही हैं। बावजूद जिले में वाहन चेकिंग के नाम पर वाहनों को रोक कर चालान काटना समझ से परे हैं। विश्वरंजन सिन्हा ने कहा कि बाजार के भीड़ भाड़ वाले क्षेत्रों में वाहन जांच के नाम पर आम जनता को परेशान किया जा रहा हैं। यहां तक की महिलाओं को भी नहीं छोड़ा जा रहा हैं। जिस दिन की घटना हैं। उसी दिन एक ग्रामीण सांप काटे जाने की जाने जैसी गंभीर स्थिति पर अपने भाई का इलाज कराने अस्पताल जा रहा था।
इसके ग्रामीण को परेशान किया गया। इलाज न होने की स्थिति में उस व्यक्ति के साथ कोई अप्रिय घटना हो सकती थी। इसी की सूचना पर आजसू नेताओं ने अपना विरोध जताया। जिस तरह का आरोप एवं धाराएं लगाकर केस दर्ज किया गया। वो पूर्णतः द्वेष की भावना से ग्रसित प्रतीत होता हैं। किसी आपराधिक घटना के अंदेशा पर वाहन को रोक कर जांच करना तो समझ में आता हैं। लेकिल चालान तो ऑनलाइन तरीके से अत्याधुनिक उपकरणों से भी काटा जा सकता हैं।
इसी तरह वाहन जांच कर चालान काटने से आम जनता का समय की बर्बादी हैं। कौन व्यक्ति किस परिस्थिति में कहां जा रहा हैं। गंभीर परिस्थिति बताने और प्रमाणित करने पर भी उन्हें परेशान किया जाता हैं। वाहन जांच के दौरान जांच संबंधी नियमों का उल्लंघन किया जाता है। जिसकी जानकारी वरीय पदाधिकारियों को भी नहीं रहती। जल्द हीं पूरे मामले पर संबंधित केंद्रीय मंत्री, मुख्य न्यायाधीश, उच्च न्यायालय एवं पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ पदाधिकारियों को पत्र लिख कर जानकारी दी जायेगी। इस तरह चालान काटे जाने से जनता परेशान है। आजसू नेताओं पर द्वेषपूर्ण भावना से दर्ज केस खारिज हो। पुरे मामले पर उच्चस्तरीय जांच की मांग की जाती हैं।
वीडियो फुटेज में ये कहां स्पष्ट है की आजसू नेताओं के द्वारा गर्दन पकड़ा गया या धमकी दी गई। ऐसे आम जनता को परेशान करने वाले वाहन जांच प्रक्रिया के खिलाफ आजसू पार्टी के द्वारा क्रमवार आंदोलन की रणनीति बनाई जा रही हैं…
