“हो” भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग जोरो पर।राजनगर में चलाया गया पोस्ट कार्ड अभियान।
“हो” भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करें सरकार, वरना आंदोलन :सावन सोय।
राजनगर(रिपोर्ट-रवि कांत गोप) : – भारत मे हो भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर पोस्ट कार्ड अभियान चलाया जा रहा है।वहीं राजनगर प्रखंड के बीजाडीह और धुरीपदा गाँव में भी इस अभियान को चलाया गया,जहाँ सैकड़ों की संख्या में हो भाषा भाषी मौजूद थे।जिन्होंने पोस्ट कार्ड अभियान के माध्यम से केंद्र सरकार के समक्ष अपनी मांगों को रख रहे है।वहीं आगामी 21 अगस्त को हो समुदाय दिल्ली के जंतर-मंतर में धरना प्रदर्शन अभियान में बढ़ चढ़ कर भाग लेंगे।इसकी तैयारी की जा रही है।
बता दें कि भारत मे हो समुदाय अपने हक अधिकार ,भाषा संस्कृति को बचाये रखने की लड़ाई लड़ रही है। वहीं हो भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग कई वर्षों से की जा रही है।परंतु आज तक इस पर पहल ना होने से हो समुदाय आक्रोशित है।और केंद्र एवं राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है।
ओडिशा में सबसे ज्यादा हो समुदाय(हो,कोल,मुंडा, नायक) के लोग रहते है।वहीं झारखंड में हो समुदाय की लगभग 8 लाख की आबादी है।हो भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग कई वर्षों से की जा रही है।लेकिन सरकार के एक तरफा रवैये से हो समुदाय में रोष का माहौल व्यपात है।
वहीं सरायकेला जिले में हो समाज के नेतृत्व कर्ता सावन सोय जो सरना फ़िल्म निर्माता निर्देशक के साथ साथ समाजसेवी है।समाजहित में अग्रणी भूमिका निभाने का कार्य वर्षों से कर रहे है। और अपने हक अधिकार की लड़ाई लड़ने के लिए भी तैयार है।उन्होंने मीडिया के माध्यम से केन्द्र और राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए कहा :*”यदि सरकार इस बार हो भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल नही करती है तो बड़े पैमाने पर आंदोलन किया जाएगा।जिसकी गूंज आने वाले लोकसभा एवं विधानसभा में सुनाई देगी।”*