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राज्य में पत्रकार सुरक्षित नहीं तो आम जनता कहां रहेगें सुरक्षित, धनबाद में अपराधियों का मनोंबल बढ़ा, पत्रकार गोली कांड का पुलिस है जिम्मेदार….

प्रबिर महतो से मिले विधायक, आंदोलन की तैयारी में AISMJWA

(पत्रकारहित की लड़ाई में सिर्फ AISMJWA ही नंबर वन है । बाकी संगठन की दलाली और उगाही में व्यस्त हैं वे कैसे पत्रकार हित की बोली उनके मुंह से निकलेगी ।)

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राँची ब्यूरो (सुदेश कुमार )ःप्रबिर महतो से रिम्स जाकर धनबाद विधायक राज सिन्हा और झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने मुलाकात की हैण्दूसरी ओर सिंदरी विधायक की पत्नी श्रीमती महतो और भाजपा नेत्री रागिनी सिंह ने पत्रकार गोलीकांड की निंदा की हैण्रागिनी सिहं ने धनबाद में अपराधियों के बढ़ते मनोबल के लिए सीधे तौर पर पुलिस को जिम्मेदार ठहराया है ।

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इधर ।प्ैडश्रॅ। के प्रदेश महासचिव शैलेंद्र जयसवाल बंटी ने राज्य में पत्रकार साथियों को निशाना बनाने वाले अपराधियों को चेतावनी देने के लिए कल धनबाद में धरना प्रदर्शन और बाईक रैली निकालने का निर्णय लिया है इस संदर्भ में जानकारी देते हुए श्री जयसवाल ने कहा कि राज्य में आए दिन पत्रकार साथियों के साथ कुछ न कुछ अन्याय और प्रताड़ना होने की बात सामने आ रही है वे बोले राज्य ही नहीं बल्कि देश का माहौल ऐसा बन रहा है कि अत्याचार और भ्रष्टाचार पर खबर लिखना जैसे अपराध हो गया है ।

श्री जयसवाल ने कहा कि हम चुप नहीं बैठेंगे अधिकारी हो या अपराधी अगर कोई पत्रकार को टारगेट करेगा तो जगह.-जगह प्रदर्शन होंगे…

इधर ऐसोसिएशन के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सियाराम शरण सिंह ने कहा है कि एक ओर सरकार पत्रकार सम्मान सुरक्षा योजना लागू करने की बात करती है तो दूसरी ओर अपराधी और अधिकारी पत्रकार को अपमानित और असुरक्षित महसूस करवाने में लगे हुए हैं । वे बोले हमें आंदोलन के लिए बार.बार बाध्य किया जाता है आखिर कितने आंदोलन के बाद सरकार जागेगी ।

ऐसोसिएशन के प्रदेश सचिव शिरोमणि यादव ने कहा कि राज्य के सभी जिलों से प्रदेश में मंत्री, सांसद विधायक और पदाधिकारियों को पहले भी ज्ञापन सौंपा गया था लेकिन फर्जी मामलों की सीआईडी जाँच अब तक शुरू नहीं हुई उल्टे पत्रकार साथियों की ही जाँच की बात कही जा रही है मानों पत्रकार ही समाज में दोषी हो,

ऐसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष मोहम्मद सईद ने कहा कि आज राँची में चार.पाँच पत्रकार संगठन के मुख्यालय हैं लेकिन पत्रकारहित की लड़ाई में सिर्फ AISMJWA ही नंबर वन की भूमिका में नजर आता है वे बोले हमारे ऐसोसिएशन को छोड़कर जो संगठन दलाली और उगाही में व्यस्त हैं तो वैसी स्थिति में पत्रकारहित की बोली उनके मुंह से कैसे निकलेगी ।

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