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जमीन मामले में व्याप्त भ्रष्ट्राचार को लेकर ग्रामीणों ने सड़क पर किया पैदल मार्च, नामकुम प्रखंड सह अंचल कार्यालय का सैकड़ों की संख्या में  किया घेराव….

कार्यशैली में बदलाव हो नहीं तो उग्र आन्दोलन को तैयाार  : आरती कुजूर

रांची  अर्जुन कुमार । नामकुम प्रखंड व अंचल कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर बिरसा उलगुलान मंच और जमीन बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले प्रखंड कार्यालय का घेराव किया गया। भाजपा महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष आरती कुजूर ने बताया अंचल व प्रखंड कार्यालय में भ्रष्टाचार सिर से उपर हो गया है पारम्परिक भूमि जिसमें पहनाई महतोई पैइनभोरा सरना मसना आदि शामिल है  अधिकारी के मिली भगत से भूमि का हस्तांतरण किया जा रहा है । वही ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुये कहा की अंचल कार्यालय में भूमि का म्युटेशन को लेकर 5 से सात डिसमिल का एक यूनिट माना जाता है जिसमें प्रति यूनिट 5000/- (पाँच हजार रुपये) रुपये आम नागरिकों से पदाधिकारी और कर्मचारी द्वारा मांगा जाता  है ।

वही आन्दोलनरत आरती कुजूर ने कहा की जनता दरबार में दिया आवेदन पर अबतक कोई कार्यवाही नहीं हुई है । प्लॉट एंट्री को लेकर जनता सरकारी पदाधिकारी का ऑफिस का चक्कर लगाने को मजबूर है फिर भी काम नहीं  हो रहा है । वहीं दूसरी ओर  भूमाफिया का काम तेज गति से हो जाता है । राशन कार्ड के नाम पर पैसा का वसूली किया जा रहा है । इसी क्रम में एक ताजा मामला जिला के रातू प्रखंड के दहीसोत मौजा स्थित  दहीशोत गांव का है जिसमें आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के द्वारा कानून को तखते में रख कर अवैध तरीके से भूमि कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है जिसमें पीड़ित व्यक्ति प्रमोद कुमार ने बताया खाता संख्या 51 प्लॉट संख्या 264 में  मध्ये रकवा 1.28 एकड़ भूमि में धारा 144 के बावजूद भी कुछ दबंग प्रवृत्ति के लोगों द्वारा निर्माण कार्य करने को लेकर ईंट बालू व निर्माण सम्बंधी समान गिराया जा रहा है .

साथ ही साथ प्रमोद कुमार ने  बताया कि धारा 144 का प्रभाव क्षेत्र जहाँ  नहीं है  उस भूमि पर  निर्माण कार्य मेरे द्वारा किया जा रहा है तो पंडरा ओपी थाना पुलिस प्रशासन के द्वारा काम को रोका जा रहा है। बता दें कि आज भ्रष्ट्राचार चरम पर है जिससे लोगों को अपनी पैतृक भूमि पर भी अपना अधिकार नहीं मिल रहा है । वही आरती कूजूर ने कहा की नामकुम प्रखंड सह अंचल कार्यालय की कार्य शैली नहीं बदलती है तो लाखों की संख्या में महिला-पूरूष परंपरागत हथियार के साथ उग्र आन्दोलन करेंगी ।

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