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नि:संतानता के इलाज एवं जागरूकता को लेकर सरायकेला में पहली बार मगध सम्राट हॉस्पिटल में लगा शिविर; 52 का काउंसलिंग के साथ हुआ इलाज  . . .

मॉडर्न लाइफस्टाइल और अनहेल्दी खानपान से बढ़े हैं नि:संतानता के मामले: डॉ रुही श्रीवास्तव।

  • सरायकेला : संजय 

मगध सम्राट हॉस्पिटल नवाडीह सरायकेला की ओर से पहली बार सरायकेला में नि:संतानता के इलाज और जागरूकता के लिए काउंसलिंग को लेकर शिविर का आयोजन किया गया। हॉस्पिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ ज्योति कुमार सिंह की देखरेख में आयोजित किए गए उक्त कैंप में नि:संतानता एवं आईवीएफ स्पेशलिस्ट डॉ रुही श्रीवास्तव ने शिविर में पहुंचे कुल 52 नि:संतानता से पीड़ित लोगों का इलाज करने के साथ-साथ संतान प्राप्ति के लिए संबंधित दंपति का काउंसलिंग कर जागरूक किए। इस अवसर पर कैंप में नि:शुल्क परामर्श के साथ-साथ नि:शुल्क सीमेन एनालिसिस जैसी प्रक्रिया भी की गई। मौके पर डॉ रुही श्रीवास्तव ने बताये कि मॉडर्न लाइफस्टाइल में अनियमित दिनचर्या, रेस्टलेस जीवन शैली, अनियमित एवं फास्ट फूड तथा जंक फूड का अत्यधिक सेवन से बढ़ रहे अधिक वजन एवं मोटापा जैसे प्रमुख कारणों से इन दिनों महिला एवं पुरुष नि:संताता के मामले बढ़े हैं। इसके साथ ही कुछ अंदरूनी कमजोरियां और कमियां भी नि:संतानता के कारण है। जिसके लिए प्रथम चरण में नि:संतानता से पीड़ित दंपति की काउंसलिंग की जा रही है। उसके बाद की आवश्यक जांच के साथ उपचार किए जा रहे हैं। हॉस्पिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ ज्योति कुमार सिंह ने बताया कि पीड़ित व्यक्ति के लिए यह एक ऐसा पक्ष है, जिस पर पीड़ित व्यक्ति या दंपति सामाजिक दृष्टि से खुल कर बात करना नहीं चाहते हैं। जिसे देखते हुए लोगों की डिमांड पर सरायकेला में पहली बार नि:संतानता उपचार एवं परामर्श के लिए शिविर का आयोजन किया गया। जिसे आने वाले समय में भी आवश्यकतानुसार जारी रखा जाएगा।

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