सनातन दल की हुई स्थापना; पवन प्रधान बने अध्यक्ष . . .
सरायकेला। मां काली मंदिर खरसावां में सनातन दल स्थापित करने को लेकर बैठक की गई। जिसमें प्रखंड के सभी गांव के लोग उपस्थित में सर्वसम्मति से सनातन दल का प्रतिनिधिमंडल बनाया गया। सनातन दल के संस्थापक देवाशीष नायक ने कहा कि यह संगठन आगे चलकर अपने धर्म का प्रचार प्रसार करेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि सनातन दल का मुख्य उद्देश्य रहेगा प्रत्येक घर से एक-एक व्यक्ति को सनातन दल में शामिल किया जाए। ताकि प्रत्येक घर तक सनातन धर्म एवं विचारों को हर घर तक पहुंचाया जा सके। सनातन दल के माध्यम से प्रत्येक सदस्यों को प्रशिक्षित भी किया जाएगा। मौके पर
सनातन दल के मुख्य समिति, महिला प्रकोष्ठ खरसावां, प्रखंड समिति एवं खरसावां नगर समिति का गठन किया गया। सनातन दल का गठन करने के लिए सह संस्थापक के रूप में कपिलदेव महतो, कन्हैया कर्मकार, ममता पात्र का योगदान रहा। खरसांवा महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष सर्वसम्मति से अनुपमा बैज को चुना गया। उन्होंने कहा कि हमारे धर्म के लोग अपनी धर्म से अलग भटक रहे है। ग्रामीण क्षेत्रों में धर्म के बारे में जानकारी नहीं है जिसके कारण धर्मांतरण हो रहा है। सनातन दल का मुख्य उद्देश्य धर्म की जानकारी सभी लोगों तक पहुंचाना है। इसके तहत मुख्य समिति के लिए पवन प्रधान अध्यक्ष, विवेक पुष्टि उपाध्यक्ष, प्रताप दे सचिव, रासबिहारी मंडल कोषाध्यक्ष, जितेंद्र कुमार सह सचिव एवं प्रतीक मिश्रा को सदस्य मनोनीत किया गया। इसी प्रकार महिला प्रकोष्ठ खरसावां के लिए अनुपमा बेज अध्यक्ष, ममता साथवा उपाध्यक्ष, आरती पात्र सचिव, संतोषी गोप कोषाध्यक्ष, राधा साहू सह सचिव, निशा पात्र मीडिया प्रभारी, इंद्रानी देवी सह कोषाध्यक्ष एवं दीपा पात्र, प्रियंका, सुमन, ज्योति को सदस्य मनोनीत किया गया। खानसामा प्रखंड समिति के लिए बंम्कर चौधरी को अध्यक्ष, विंजु सोनार को उपाध्यक्ष एवं मंजीत महतो को सचिव मनोनीत किया गया। खरसावां नगर समिति के लिए शुभम दास को अध्यक्ष, धर्मेश पात्र को उपाध्यक्ष, किशनकर चौधरी को सचिव, तारक नायक को कोषाध्यक्ष, रोहित तिवारी को सह सचिव, कार्तिक राउत को महामंत्री, आकाश जैना को मीडिया प्रभारी एवं आकाश पात्र, शुमभ पात्र को सदस्य मनोनीत किया गया। बैठक में मुख्य रूप से सनातन दल के संस्थापक देवाशीष नायक, सह संस्थापक कपिल देव महतो, ममता पात्र, जितेंद्र प्रधान, अभिषेक कारवां इत्यादि उपस्थित रहे।