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जिलांतर्गत “स्कूल रूआर, 2022” बैक टू स्कूल कैंपेन के आयोजन एवं सफल संचालन हेतु उपायुक्त ने जारी किए आवश्यक दिशा-निर्देश……

05 अप्रैल 2022 से 04 मई 2022 तक संचालित किया जाएगा

“स्कूल रूआर, 2022” बैक टू स्कूल कैंपेन……

सरायकेला। वैश्विक महामारी कोविड-19 का सबसे अधिक प्रभाव बच्चों की शिक्षा पर पड़ा है। महामारी के कारण विद्यालय लंबे समय तक बंद रहे। अब धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है। तथा लंबे अंतराल के बाद प्राथमिक विद्यालय बीते 04 फरवरी से खुल गए हैं। सभी बच्चों को पुनः विद्यालय में वापस लाना एवं उनकी नियमित उपस्थिति बनाए रखने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने की आवश्यकता है। 05-18 आयुवर्ग के सभी बच्चों की शिक्षा राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता रही है।

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उपरोक्त विषय को ध्यान में रखते हुए विद्यालत स्तर पर अभियान “स्कूल रूआर, 2022” , बैक टू स्कूल कैम्पेन कार्यक्रम चलाने की परिकल्पना की गई है। जिसके आलोक में उपायुक्त अरवा राजकमल ने इस अभियान का पूरे जिलांतर्गत आयोजन एवं सफल संचालन हेतु अनुमंडल पदाधिकारी एवं सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी सह समन्वयक आदि को महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए हैं।

इस अभियान की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया है कि इस अभियान में विशेष रूप से प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने हेतु प्रयास किया जाएगा। बच्चों के लर्निंग लॉस के प्रति भी समुदाय को संवेदनशील बनाना होगा। माता-पिता/ अभिभावक, शिक्षक एवं विद्यालय प्रबंधन समिति के आपसी समन्वय से लक्ष्य प्राप्ति हेतु कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गई है।

“स्कूल रू आर, 2022” बैक टू स्कूल कैम्पेन कार्यक्रम की कुल अधिक 30 दिनों की होगी, जो 05 अप्रैल से 04 मई तक संचालित की जाएगी।

उपायुक्त ने प्रखंड स्तर पर 07 अप्रैल से जन प्रतिनिधि, सभी विभागों के प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी एवं प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, बी.आर.पी/ सी.आर.पी., गैर सरकारी संस्थाओं के प्रतिनिधि, पी.आर.आई. के प्रतिनिधि की बैठक कर ई-विद्यावाहिनी के माध्यम से प्राप्त बच्चों के नामांकन एवं उपस्थिति की समीक्षा करने का निर्देश दिया है।

प्रखंड स्तर पर बच्चों के उच्च कक्षाओं में ट्रांजिशन की समीक्षा करने का निर्देश दिया है। इसके लिए सभी प्राथमिक विद्यालयों का मध्य विद्यालयों, मध्य विद्यालयों का उच्च विद्यालयों के साथ मैपिंग करने की कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया है। ताकि कक्षा 05 के बच्चे कक्षा 06 में, कक्षा 08 के बच्चे कक्षा 09 में एवं कक्षा 10 के बच्चे कक्षा 11 में छीजित न हो।

उपायुक्त ने विद्यालय के बाहर रहने वाले बच्चों (आऊट ऑफ स्कूल चिल्ड्रेन), अप्रवासी परिवार के बच्चे, विशेष आवश्यकता वाले बच्चे, कोरोना प्रभावित बच्चे आदि को “डहर ऐप” के माध्यम से चिन्हित कर उनका नामांकन सुनिश्चित करने की कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।

उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों एवं निकटतम विद्यालयों के बीच विभागीय समन्वय स्थापित करने हेतु पहल किए जाने पर विशेष बल दिया है।
उपायुक्त ने निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम, 2009 की धारा 12 (1) सी के तहत निजी विद्यालयों के प्रारंभिक कक्षाओं में जरूरतमंद बच्चों का शत-प्रतिशत नामांकन की समीक्षा करने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही उन्होंने 08 अप्रैल से 11 अप्रैल तक सभी प्रखंडों में अवस्थित सभी विद्यालयों में आवश्यकतानुसार रंग-रोगन, वर्ग कक्षाओं की मरम्मति, शौचालय एवं पेयजल की समुचित व्यवस्था का अनुश्रवण कर प्रतिवेदन तैयार करने का निर्देश दिया है। प्रखंड स्तर से 11 अप्रैल को प्रखंड स्तरीय समिति की बैठक कर समीक्षोपरांत प्रतिवेदन झारखंड शिक्षा परियोजना कार्यालय गुमला को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।

उपायुक्त ने विद्यालय स्तर पर आयोजित “स्कूल रुआर, 2022” के आयोजन हेतु प्रखंड स्तर पर कार्यक्रम में सहायता की रूपरेखा तैयार कर प्रखंड एवं संकुल स्तर के कर्मियों को शामिल करते हुए उनकी जिम्मेवारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। उन्होंने जिला/ अनुमंडल/ प्रखंड स्तर के सभी प्रशासनिक पदाधिकारियों द्वारा कम से कम 02 विद्यालयों का अनिवार्य रूप से भ्रमण कर इस अभियान को गति प्रदान करने का निर्देश दिया है।

उन्होंने माता-पिता एवं अभिभावकों को अपने बच्चों को नियमित विद्यालय भेजने हेतु अपील किया। वहीं उन्होंने बताया कि शत-प्रतिशत उपस्थिति वाले विद्यालयों के प्रधानाध्यपक एवं विद्यालय प्रबंध समिति को सम्मानित किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने विद्यालय स्तर पर विभाग द्वारा दिए गए निर्देश के अनुरूप “स्कूल रूआर, 2022” बैक टू स्कूल कैम्पेन कार्यक्रम का आयोजन सुनिश्चित कराने एवं इसकी सतत् समीक्षा करने का भी निर्देश दिया है।*

उपायुक्त ने निर्देशित किया है कि विद्यालय अवधि में कोई भी बच्चा विद्यालय से बाहर न रहे, इस हेतु व्यापक पहल की जाए। उन्होंने इस अभियान का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करने एवं जनसाधारण को कार्यक्रम से जोड़ने हेतु निर्देशित किया है। उन्होंने विभिन्न स्तरीय कार्यक्रमों के संचालन में कोविड-19 के मानकों का अनुपालन सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है।
“स्कूल रूआर, 2022” बैक टू स्कूल कैम्पेन कार्यक्रम की अवधारणा को इंगित करते हुए उपायुक्त ने निर्देशित किया है कि उक्त कार्यक्रम का आयोजन तिथिवार कराते हुए प्रतिवेदन जिला कार्यालय को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे।

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