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चर्चाओं के झरोखों से :-

सरायकेला-खरसावां के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक कभी भी

बदले जा सकते हैं…….

रिर्पोट:- अरविन्द्र कुमार मित्रा

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सरायकेला-खरसावां  :- झारखण्ड में सत्ता परिर्वतन के साथ ही ट्रांसफर पोस्टिंग और अपवाह का बाजार गर्म हो जाता है । आज भी राजनीतिक एवं प्रशासनिक गलियारों में चर्चा है कि सरायकेला-खरसावां जिले के उपायुक्त एवं आरक्षी अधीक्षक कभी भी बदले जा सकते हैं। अचानक अन्यास चर्चा क्यों ? कई सवाल क्या ? अपना कार्यकाल पूरा कर पाएंगे? यह यक्ष प्रश्न सभी की जुबान पर चर्चा का विषय बना हुआ है।

यह कितना सच है कहना मुश्किल भी है और नामुमकिन भी नहीं। क्योंकि पिछले कई वर्षों से सरायकेला-खरसावां के उपायुक्त एवं आरक्षी अधीक्षक का अचानक ही स्थानांतरण अपरिहार्य कारणों से होते आ रहा है। इस प्रबल चर्चाओं को एक और बल मिलता दिख रहा है कि, एशिया महादेश का बड़ा औद्योगिक घराना इसी जिले से आता है। कुछ माह पहले भी काण्ड्रा के कपड़ा व्यवसाई के पुत्र मनीष अग्रवाल का अभी तक नहीं पता लग पाना भी अहम रूप से चर्चा में है। मनीष अग्रवाल को पता लगाने के लिए सांसद, मंत्री, विधायक, नेता, परिजन, जनता की मांग पर एसआईटी की टीम भी गठित की गई, लेकिन स्थिति ढाक के तीन पात ही रहा । अभी तक जो लोगों के बीच में चर्चा का विषय बना हुआ है। उद्यमी जगत एवं राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं की गूंज काफी तेजी से गूंज रही है। जिले के उपायुक्त एवं आरक्षी अधीक्षक के प्रति जहां आम जनता कार्यकाल पूरा करने की बात करते हैं, वहीं उद्यमी एवं राजनीतिक गलियारों में काफी गहमागहमी इन दिनों अचानक से चर्चा का विषय बना हुआ है ।

वही एक अधिकारी ने संवाददाता को बताया की सरकार को ट्रांसफर पोस्टिंग करने का अधिकार है जब चाहे सरकार अपना ट्रांसफर कर सकती है । अगर समय से पहले अन्यास ही हमेशा स्थानांतरण होता रहा तो सरायकेला-खरसावां जिले का दुर्भाग्य होगा,कि पिछले कई वर्षों से अचानक ही विवाद उभरने के कारण जिले के कई उपायुक्त
एवं आरक्षी अधीक्षक का स्थानांतरण होता आ रहा है।

सरायकेला-खरसावां जिला उपायुक्त एवं आरक्षी अधीक्षक के लिए कांटो भरा ताज से कम नहीं रहा है। अब देखना यह है कि जिले के उपायुक्त एवं आरक्षी अधीक्षक अपना कार्यकाल पूर्ण कर स्थानांतरित होते हैं अथवा बीच में स्थानांतरण का दंश झेलना पड़ेगा ?

बुद्धिजीवी वर्ग का मानना है कि जिले के उपायुक्त एवं आरक्षी अधीक्षक का अल्प अवधि में स्थानांतरण विकास कार्य एवं विधि व्यवस्था की स्थिति प्रभावित होती है, जिसके कारण जिले के विकास और विधि व्यवस्था पर दूरगामी असर पड़ता आ रहा है।

रिर्पोट:- अरविन्द्र कुमार मित्रा

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