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छात्रों, गरीबों और किसानों ने सराहा तो मध्यमवर्गीयों ने नकारा……

राज्य की बजट पर सरायकेला में मिली जुली प्रतिक्रिया…

सरायकेला: झारखंड के बजट की सरायकेला में मिली जुली प्रतिक्रिया रही। झारखंड विधान सभा में चल रहे बजट सत्र के चौथे दिन गुरुवार को वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने शुभ अंक एक लाख एक हज़ार एक सौ एक करोड़ रुपए का बजट पेश किया. जिसमें वित्त मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि इस बार की बजट में आम लोगों खासकर युवाओं के सुझाव को प्राथमिकता दी गई है.

बजट में आधारभूत संरचनाओं और कल्याणकारी योजनाओं में सामंजस्य बनाते हुए बिजली, सड़क, स्वास्थ्य, और शिक्षा में विकास पर जोर दिया गया है. उन्होंने कहा कि इस बजट के माध्यम से 40 हजार किसानों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए सरकार गोधन विकास योजना शुरू करेगी। जिससे गोबर की खरीदारी कर बायोगैस को बढ़ावा मिलेगा. इसे लेकर किसान वर्ग में खुशी देखी गई। बताया कि राज्य सरकार सत्र 2022-23 में 40 हजार शिक्षको को टैब मुहैया कराए जाने का प्रावधान किया गया है.

जिससे शिक्षक वर्ग उत्साहित दिखे। इसके अलावा बजट में नागरिक सुविधाओं की भी बात कही गई है. पंचायतों को ज्यादा उन्मुखी बनाने एवं ग्रामीणों को सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 45 करोड़ की लागत से क्रियाशील सीएससी को सुदृढ़ किए जाने का प्रावधान किया गया है. इसके साथ ग्राम पंचायत को ज्ञान केंद्र के रूप में विकसित करने तथा ग्रामीणों को पढ़ने का स्थान उपलब्ध कराने के लक्ष्य के साथ पंचायत ज्ञान केंद्र की स्थापना की जाएगी।

जिसके लिए 21 करोड़ का प्रस्ताव दिया गया है. बजट में आगामी पंचायती राज के लिए 2 हजार 15 करोड़ 47 लाख रुपए का प्रावधान किया गया है. स्वास्थ्य के बजट में पिछले बजट की अपेक्षा इस बजट में 27 प्रतिशत की वृद्धि कर 5618 करोड़ 83 लाख रुपए का प्रावधान किया गया है। जिसके तहत राज्य के सभी जिला अस्पताल 300 बेड अस्पताल के रूप में अपग्रेड किए जाएंगे. शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय शिक्षा नीति तथा शिक्षा के अधिकार अधिनियम को लागू करने हेतु शिक्षक छात्र अनुपात को राष्ट्रीय मानक के अनुरूप लाने के लिए शिक्षकों के नए पद सृजित किए जाएंगे।

वही पारा शिक्षकों के मानदेय के लिए अतिरिक्त 600 करोड़ रुपए का प्रस्ताव बजट में किया गया है. जिसे लेकर पारा शिक्षकों में खुशी देखी गई। वही बजट में मध्यम वर्गीय परिवार के लिए कोई विशेष व्यवस्था नहीं दिए जाने को लेकर मध्यमवर्गीय परिवारों में निराशा देखने को मिली।

बजट पर आम लोगों की राय

—गृहणी रेखा नंदा ने बजट के बारे में कहा कि राज्य सरकार द्वारा उच्च शिक्षा में विद्यार्थियों को आर्थिक सहायता दिए जाने पर गरीब और किसानों को काफी राहत मिलेगी.

— ग्रामीण दुखीराम मूडी़ ने कहा इस महंगाई के दौर में सरकार के तरफ से गरीब और किसानों को 100 यूनिट मुफ्त बिजली दिया जाना सराहनीय कदम है.

— एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के सरायकेला प्रखंड अध्यक्ष जयराज दास ने कहा कि पारा शिक्षकों के मानदेय के लिए 600 करोड़ रुपए का अतिरिक्त प्रावधान किए जाने पर कहा कि यह पारा शिक्षकों के प्रति सरकार का सकारात्मक रुख को दर्शाता है.

— किसान ललित नंदा ने कहा कि गोधन विकास योजना के शुरू किए जाने पर हम किसानों को स्वरोजगार का अवसर मिलेगा.

— छात्र राहुल ने कहा स्नातक उत्तीर्ण बेरोजगारों को रोजगार के लिए तैयार किए जाने पर बेरोजगारी को कुछ हद तक कम किया जा सकेगा.

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