Spread the love

उपायुक्त की अध्यक्षता में हुई तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम की समीक्षा; पदाधिकारियों को त्वरित कार्रवाई का निर्देश।

सभी शैक्षणिक संस्थानों के 100 गज के दायरे से हटाए जायेंगे तंबाकू उत्पाद की दुकाने; सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करते पकड़े जाने पर देना पड़ेगा जुर्माना, चलेगा सघन छापामारी अभियान…

 

सरायकेला (संजय मिश्रा)  उपायुक्त अरवा राजकमल की अध्यक्षता में जिला समाहरणालय स्थित सभागार में तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत जिला तम्बाकू नियंत्रण कोषांग और सोशियो इकोनॉमिक एण्ड एजुकेशनल डेवलपमेंट सोसाईटी (सीड्स) के संयुक्त तत्वाधान में त्रिस्तरीय तम्बाकू निरोधक छापामार दस्ते का प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। उपायुक्त ने अपने संबोधन में कहा कि तम्बाकू के सेवन से न सिर्फ सेहत पर इसका दुष्प्रभाव पड़ता है साथ ही आर्थिक नुकसान भी होता है।

तम्बाकू सेवन न करके जिंदगी के साथ साथ आर्थिक नुकसान को भी बचाया जा सकता है। उपायुक्त ने तम्बाकू नियंत्रण हेतु छापामार दस्ते को निर्देश दिया। साथ ही उसके सभी सदस्यों को शैक्षणिक संस्थानों के 100 गज के दायरे में अवस्थित सभी तम्बाकू उत्पाद बेचने वाले दुकानदारों को हटवाते हुए नियमित रूप से छापामारी करने का निर्देश दिया। सभी अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से अपने अपने कार्यालयों में तम्बाकू मुक्त क्षेत्र का बोर्ड लगाने का निर्देश दिया। अपने संबोधन में उपायुक्त ने कहा कि इस अभियान को सफल करने के लिए हमें मिलकर प्रयास करनी होगी। जिससे हम अपने आने वाली पीढ़ी के भविष्य को बचा सकते हैं। साथ ही समाज के आम लोगों के बीच जाकर लोगों को तंबाकू का सेवन नहीं करने हेतु प्रेरित एवं जागरूक करना होगा।

जिससे तंबाकू के सेवन पर नियंत्रण करने में सफलता मिलेगी। तम्बाकू नियंत्रण हेतु राज्य सरकार की तकनीकी सहयोगी संस्था सोशियो इकोनॉमिक एण्ड एजुकेशनल डेवलपमेंट सोसाईटी (सीड्स) के जिला कार्यक्रम समन्वयक भोला पाण्डे ने तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत COTPA-2003 की विभिन्न धाराओ के बारे में विस्तार से बताया। उनके द्वारा मौजूद अधिकारियों को तंबाकू संबंधित उत्पादों पर रोक लगाने हेतु उठाए जाने वाले कदमों आदि के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। उन्होंने मौजूद सभी अधिकारियों को समय-समय पर सरकार द्वारा तंबाकू नियंत्रण के संबंध में जारी दिशा-निर्देशों एवं उनके अनुपालन के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।

सिविल सर्जन सह नोडल पदाधिकारी तम्बाकू नियंत्रण डॉ विजय कुमार ने कहा कि सरायकेला-खरसावां जिले में यह अभियान लम्बे अरसे से चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि तंबाकू सेवन करना एक खतरनाक आदत है। जहां छोटे-छोटे बच्चे हैं वहां तो स्थिति और भी अधिक नाजुक बन जाती है। तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम को अभियान के रूप में चलाए जाने के काफी अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। सभी स्तर पर तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग की अपेक्षा है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार हम कोविड-19 से लड़ रहे हैं। उसी प्रकार हमें तंबाकू को समाप्त करने हेतु लड़ाई लड़नी होगी। कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को नियमित रूप से जिले में स्थित शैक्षणिक संस्थानों का निरीक्षण करने एवं संस्थानों के 100 गज की दूरी तक किसी भी प्रकार के तंबाकू उत्पादों की बिक्री ना होने देना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

इसके लिए उपायुक्त ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को नियमित रूप से विद्यालय प्रबंधन समिति के साथ बैठक करने एवं उचित दिशा निर्देश देने का निर्देश दिया। बैठक के दौरान उपायुक्त ने जिला जनसंपर्क पदाधिकारी को अखबारों तथा सोशल मीडिया सहित अन्य माध्यमों का इस्तेमाल करते हुए तम्बाकू पदार्थो से होने वाले नुकसान के प्रति लोगों को जागरूक करने का निर्देश दिया।उपायुक्त ने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने कार्यालयों में तंबाकू मुक्त संस्थान का साईनेज लगाना सुनिश्चित करें। विदित हो कि सार्वजनिक स्थलों यथा सिनेमा हॉल, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, सार्वजनिक सड़क, शिक्षण संस्थानों, कार्यालयों सहित अन्य स्थानों पर धूम्रपान करना दंडनीय अपराध है। कार्यशाला में जिले के सभी प्रशासनिक पदाधिकारियों के अलावे पुलिस के अधिकारी भी उपस्थित रहे। उपायुक्त ने सभी प्रतिभागियों को तम्बाकू सेवन नहीं करने का शपथ भी दिलवाया।

कार्यशाला में उप विकास आयुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय, तंबाकू नियंत्रण कोषांग के नोडल पदाधिकारी, जिला स्तरीय प्रशासनिक तथा पुलिस पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सभी थाना प्रभारी, सीड्स के प्रतिनिधियों सहित अन्य उपस्थित रहे।

Advertisements

You missed