गम्हरिया थाना प्रभारी ने कर्तव्य और इंसानियत का निभाया फर्ज,
रिया एवं परिवार की आंखों मे दिखी खुशी के चमक
कहा आभारी हूं ….
आदित्यपुर (ए के मिश्रा) सरायकेला खरसावां जिले के गम्हरिया थाना प्रभारी राजीव कुमार सिंह के प्रति रिया सिंह के पूरे परिवार ने आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद दिया है। रिया सिंह के परिवार ने संवाददाता को बातचीत के क्रम में बताते हुए कहा कि आज मेरी परिवार वालों की आंखों में जो खुशी की चमक है। इसके लिए गम्हरिया थाना प्रभारी श्री राजीव कुमार सिंह को बहुत-बहुत धन्यवाद और आभार। रिया और परिवार वालों ने संवादाता से बात करते हुए बताया कि आदित्यपुर एस टाइप के कृष्ण कांत नामक व्यक्ति द्वारा 420 और धोखाघड़ी कर पैसा लेने के बाद पैसा नहीं लौटाए जा रहे थे।पता चला कि यहां से घर जमीन बेच कर भागने वाले हैं। अपनी और अपनी पत्नी के मोबाइल तक बंद कर दिए गए थे।
रिया के फादर का देहांत 12 अप्रैल 2021 को हो गया है। रिया अपनी मां बड़ी बहन और एक छोटे भाई के साथ गम्हरिया थाना क्षेत्र के अंबेडकर नगर में रहती है। रिया की बड़ी बहन इंजीनियर है और रिया इंग्लिश से ग्रेजुएशन कर कंपटीशन की तैयारी कर रही है। पिता स्वर्गीय जितेंद्र कुमार सिंह के देहांत के बाद आदित्यपुर निवासी कृष्णकांत को डेढ़ लाख रुपए एग्रीमेंट कर फ्लैट के लिए चेक के द्वारा पैसा दी थी। जबकि जमीन फ्लैट कृष्णकांत के मां के नाम पर है। पता करने के बाद रिया ने फ्लैट लेने से इनकार कर अपने पैसा मांगा। काफी प्रयास करने के बाद ₹50000 कृष्ण कांत ने अपने दोस्त से दिलवा दिया और ₹100000 के लिए दौड़ आते रहा। थक हार कर रिया अपनी बड़ी बहन स्मिता के साथ गम्हरिया थाना प्रभारी राजीव कुमार सिंह से संपर्क कर पैसा दिलाने और करवाई करने की आवेदन देकर ,गुहार लगाते हुए कहा कि वह जल्द ही बेच कर यहां जमशेदपुर से भागने वाला है।
थाना प्रभारी गम्हरिया राजीव कुमार सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए शीघ्र ही टीम गठित कर छापामारी कर पर्ल होटल के रूम नंबर 109 से गिरफ्तार कर थाना लाए। गिरफ्तारी के बाद 50 हजार का दो चेक रिया को दिया। चेक मिलते ही रिया एवं परिवार की आंखों में खुशी की चमक दिखी और रिया एवं परिवार ने थाना प्रभारी को कोटि-कोटि धन्यवाद देते हुए आभार व्यक्त किया। वहीं थाना प्रभारी श्री राजीव कुमार ने संवाददाता को बताया कि यह तो मेरा कर्तव्य और फर्ज है। अगर वक्त पर सही जानकारी नहीं मिल पाती, और तुरंत करवाई नहीं होती, तो वह जमशेदपुर से फरार हो जाता । मुझे भी संतुष्टि है कि एक परिवार को मेरे द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए न्याय दिलाया गया ।