ग्रामीण फुटबॉल एकेडमी कोलाबीरा
बाल दिवस पर यहां लगेगा ग्रामीण फुटबॉल का महाकुंभ; राज्य स्थापना दिवस पर प्राचीन संस्कारों का होगा पुनरुत्थान…..
नशापान से दूर डीम्ड एकेडमी के रूप में वर्ष 2000 में स्थापित
ग्रामीण फुटबॉल एकेडमी के फुटबॉलरों ने राष्ट्रीय स्तर पर
लहराया है परचम….
सरायकेला (संजय मिश्रा) क्षेत्र की प्रतिष्ठित ग्रामीण फुटबॉल एकेडमी कोलाबीरा प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी आगामी 14 नवंबर को बाल दिवस के अवसर पर ग्रामीण फुटबॉल प्रतियोगिता का महाकुंभ आयोजित करने जा रही है। इसके साथ ही झारखंड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर 15 नवंबर को क्षेत्र के विलुप्त प्राय हो चली नृत्य, संस्कृति एवं संस्कारों के संरक्षण के लिए समारोह का आयोजन करने जा रही है। जिसमें करम नाच, बांदना संगीत, धीमगानी, ढाक, मदनभेरी, काठी नाच, बुआंग, दासाय, बूढ़ी गाड़ी नाच सहित अन्य प्राचीन पारंपरिक नृत्य और छऊ नृत्य का प्रदर्शन किया जाएगा।
कोलाबीरा फुटबॉल फील्ड में आयोजित होने वाले उक्त दो दिवसीय फुटबॉल खेल और कला संस्कृति के संगम के अवसर पर राज्य के पूर्व प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी और केंद्रीय जनजातीय मामले के मंत्री अर्जुन मुंडा सहित डायन कुप्रथा से समाज को मुक्ति दिलाने के लिए संघर्षशील पद्मश्री छुटनी महतो मुख्य अतिथि के रूप में समारोह में मौजूद रहेंगे। इसे लेकर ग्रामीण फुटबॉल एकेडमी के प्रमुख सह संस्थापक शंभू मंडल की अध्यक्षता में एकेडमी की बैठक की गई।
जिसमें एकेडमी के परेश सिंह सरदार, आनंद डॉक्टर महतो, बलदेव, नवीन, मनोज कुमार, जगदीश महतो, गदाधर, कालीपद सिंह सरदार, भरत, पागा सरदार, मोईन, विनोद, सुरेश, साधन महतो एवं मंगल सहित अन्य सभी की उपस्थिति में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि पूरे आयोजन को राजनीति से दूर रखा जाएगा। और राजनीति से दूर रहकर ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक कार्य कर रहे लोगों को सम्मानित किया जाएगा।
नशा के खिलाफ मुहिम के तौर पर स्थापित हुई थी ग्रामीण फुटबॉल एकेडमी : –
नशा मुक्त समाज एक बेहतर सोच के साथ वर्ष 2000 में शंभू मंडल के नेतृत्व में ग्रामीण युवाओं द्वारा ग्रामीण फुटबॉल एकेडमी की स्थापना की गई थी। जिसके बाद एकेडमी ने लगातार उत्तरोत्तर प्रगति दर्ज की है। ग्रामीण क्षेत्रों में नशा से दूर रहने के लिए लोगों को जागरूक करते हुए एकेडमी के फुटबॉल खिलाड़ियों ने सीमित संसाधन में ही राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर तक एकेडमी के परचम लहराए हैं। जिसमें एकेडमी के खिलाड़ी रतन हाँसदा, गंगाधर हाँसदा, राहुल हेंब्रम, छुतुर किस्कू, अजय हाँसदा, राजू हाँसदा, चौतन हाँसदा एवं सनातन बास्के जैसे फुटबॉलरों राज्य, राष्ट्र एवं टाटा फुटबॉल एकेडमी जैसे महत्वपूर्ण स्थानों पर अपने प्रदर्शन का परचम लहराया है। एकेडमी के संस्थापक शंभू मंडल बताते हैं कि युवाओं में विशेषकर खेल प्रतिभाओं में नशा के खिलाफ एकेडमी का अभियान जारी रहेगा।
