सहकारिता से ही बेरोजगारी खत्म होगा : आचार्य विमलानन्द
अवधूत……
सरायकेला : आनन्द मार्ग आश्रम कांड्रा में शुक्रवार को प्राउटिस्ट यूनिवर्सल के जनरल सचिव आचार्य विमलानन्द अवधूत ने प्राउटिस्ट फार्मर्स फेडरेशन के कार्यक्रम में कहा आज जब सम्पूर्ण विश्व मे दो गुट बन चुके है साम्यवादी गुट के एक रूस और पूंजीवादी व्यवस्था समर्थक नाटो और आपस मे यूक्रेन में लड़ाई लड़ रहे है जिसके कारण लोगों की क्रय क्षमता घटती जा रही है लोग बेरोजगार होते जा रहे है देश का खजाना खाली होता जा रहा है देश कर्ज के तले दबकर दिवालिया होते जा रहे है उस समय पूँजीवाद और साम्यवाद का एकमात्र विकल्प प्रभात रंजन सरकार द्वारा प्रदत्त प्रउत अर्थव्यवस्था है।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कृषि को उद्योग का दर्जा दिलाने के लिए एक व्यवहारिक पहल का शुभारंभ करना था। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्राउटिस्ट यूनिवर्सल के सेक्रेटरी जनरल आचार्य विमलानंद अवधूत ने आर्थिक आजादी को साकार रूप देने की रूप रेखा सहकारिता को बनाया और उन्होंने बताया कि सहकारिता के माध्यम सेआर्थिक आजादी ही भारतवर्ष के सभी किसानों को समृद्ध बनाएगी और किसानों की गरीबी को खत्म करने के लिए कृषि को उद्योग का दर्जा दिलाना होगा जिसमें किसान की मेहनत का सही मूल्य किसान को मिले। आचार्य ने बताया कि हमारी इस योजना में किसानों से गेहूं, चावल, चना, सरसों इत्यादि लिया जाएगा और उन्हें गेहूं के बदले आटे का दाम दिया जाएगा।
सरसों के बदले तेल का दाम दिया जाएगा और एक नैतिक दृष्टिकोण से इस पूरी व्यवस्था को चलाया जाएगा। इससे की जो भी मुनाफा तेल और आटा बेचने वाले सिर्फ अपने पास रखा करते थे वो अब उन किसानों को जाएगा जो उसके असली हकदार हैं। प्राउटिस्ट यूनिवर्सल की ओर से चीफ सचिव आचार्य परमानंद अवधूत भुक्ति प्रधान गोपाल बर्मन , सूर्यप्रकाश, सुदर्शन ,सहानन्द महतो , इत्यादि ने अपना सहयोग दिया।