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जल, जंगल व जमीन की रक्षा का देता है संदेश अंबा प्रसाद, प्रकृति के उपासना का पर्व सरहुल पर सरना समिति चिकोर ने निकला भव्य झांकी व शोभा यात्रा…

गाजे-बाजे के साथ पारंपरिक वेशभूषा में शामिल हुए सरना धर्मालंबी…

रामगढ़  जिले के भदानीगनर ओपी क्षेत्र के चिकोर गांव में प्राकृति के उपासना का पर्व सरहुल को लेकर आदिवासी सरना समिति चिकोर के तत्वावधान में शनिवार को भव्य झांकी एवं भव्य शोभायात्रा निकाली गई। इसमें मुख्य अतिथि बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद शामिल हुईं। शोभायात्रा का चिकोर सरना स्थल से शुभारंभ हुआ। गाजे-बाजे व ढोल-नगाड़ों के बीच निकले। यात्रा में झारंखंडी वेशभूषा में दर्जनों महिला-पुरूष व बच्चे नाचते-गाते हुए शामिल हुए। इसके पूर्व विधायक द्वारा सरना व्रतियों के बीच साड़ी का वितरण किया गया। बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि प्राकृतिक सरहुल आपसी भाईचारगी व प्रेम का संदेश देता है। झारखंडी के जल, जंगल, जमीन व संस्कृति की रक्षा हम सबों का दायित्व हैं। सरहुल प्रकृति के उपासना का पर्व है।

उन्होंने मां सरना से क्षेत्र की हरियाली-खुशहाली की कामना की। शोभा यात्रा में विधायक अंबा प्रसाद के साथ विधायक प्रतिनिधि कृष्णा सिंह, अंजन प्रसाद मुख्य रूप से शामिल हुए। शोभायात्रा को सफल बनाने में आदिवासी सरना समिति के अध्यक्ष राजाबाबू मुण्डा, सचिव दिनेश मुण्डा, कोषाध्यक्ष उमेश मुंडा, सरना पुजारी महेश पहान, गोराईत कैलाश बेदिया, मुखिया सविता तूरी, उपमुखिया कृष्णा कुशवाहा, मुनेश्वर बेदिया, सलाहकार रामफल बेदिया, हरिलाल बेदिया, बिंदेश बेदिया, द्वारिका बेदिया, रामबचन मुंडा, मरुचि मुंडा, प्रेम बेदिया, चरकू गंजू, संजय बेदिया, देवशरण मुण्डा, करमदेव मुण्डा, मनोज मुण्डा, छोटन मुण्डा, कृष्णा मुण्डा, छोटू मुण्डा, राजू मुण्डा, राजू पहान, झगल मुण्डा, पार्वती देवी, रितन देवी, अणु देवी, मुकेश बेदिया, उतम मुण्डा, पिन्टू बेदिया, रीता देवी, सरस्वती देवी आरती देवी, सुमन देवी, वैष्णो देवी, सुनीता देवी, किरण देवी, सुधा देवी आदि का विशेष योगदान रहा।

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