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महालिमोरूप रेलवे स्टेशन में समस्याओं की अंबार; समाधान हेतु ग्रामीणों ने सौंपि ज्ञापन…

सरायकेला:संजय मिश्रा

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सरायकेला: दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर रेल मंडल अन्तर्गत हावड़ा-नागपुर-मुम्बई मुख्य रेलपथ पर अतिमहत्वपूर्ण महालिमोरूप नामक रेलवे स्टेशन अवस्थित है। इस रेलवे स्टेशन के अप-डाउन व थर्ड रेललाइन के पटरियों पर रोजाना करीब 200 से अधिक यात्री व मालवाहक ट्रेनों का परिचालन किया जाता है, जबकि माहलिमोरूप रेलवे स्टेशन में मात्र 16 पैसेंजर गाड़ियों का ठहराव है, पर यहां यात्री सुविधा की घोर अभाव है।

उक्त समस्या के संदर्भ में चक्रधरपुर रेल मंडल के प्रबंधक के नाम का ज्ञापन महालिमोरूप रेलवे स्टेशन के एसम प्रेम सिंह बोदरा को स्थानीय मुखिया तापस कुमार महतो व ग्रामीणों द्वारा सौंप गया। उक्त ज्ञापन में महालिमोरूप रेलवे स्टेशन के यात्रियों व स्थानीय ग्रामीणों को हो रही दिक्कतों का जिक्र करते हुए समाधान की मांग की गई है।

10 सूत्री मांग:-
(1)पैसेंजर ट्रेन: माहलिमोरूप क्षेत्र के लोगों का एक मात्र यातायात का साधन रेलवे है। इस स्टेशन से यात्रा हेतु पैसेंजर ट्रेन ही उपलब्ध है। अतः इस स्टेशन पर रुकने वाली पैसेंजर ट्रेनों को निर्धारित समय पर चलाया जाय।

इस स्टेशन पर घंटो-घंटो पैसेंजर ट्रेनों का ठहराव कर कई मालवाहक व एक्सप्रेस ट्रेनों को पास कराया जाता है। यहाँ के यात्री को ट्रेन विलंब से चलने पर काफी दिक्कत होती है।
(2)एक्सप्रेस ट्रेन: स्टेशन में एक भी एक्सप्रेस ट्रेन का ठहराव नहीं है। यहाँ के यात्री को एक्सप्रेस ट्रेन से यात्रा करने हेतु अन्य स्टेशन तक जाना पड़ता है।
(3)ग्राउंड ब्रिज: महालिमोरूप स्टेशन के नजदीकी रेलवे फाटक का लॉक स्टेशन मास्टर के कंट्रोल में होने के कारण गेटमैन इमरजेंसी की स्थिति में भी बंद फाटक को नहीं खोल सकते है, जिससे लोगों को आवागमन में काफी दिक्कत होती है।

यहाँ पर अंडर ग्राउंड ब्रिज का निर्माण करने से लोगों को जाम से मुक्ति मिल जाएगी व आवागमन में भी सहुलियत होगी।
(4)फुट ब्रिज: स्टेशन में निर्माणाधीन फुट ब्रिज काफी समय से अधूरा पड़ा हुआ है। यहां के प्लेटफार्म संख्या एक, दो और तीन में फुट ब्रिज है, जो जर्जर हो गया है। प्लेटफार्म संख्या चार एवं सातवां व आठवां रेल लाइन को आर-पार करने के लिए फुट ब्रिज की व्यवस्था नहीं है, ऊपर से दोनों पटरियों पर घंटों-घंटों मालवाहक ट्रेनों को खड़ी कर दी जाती है, जिसकी वजह से यात्री को आर पार होने में काफी दिक्कत हो रही है।

मजबूरन यात्री जान जोखिम में डालकर ट्रेनों के नीचे से आरपार होते हैं। जिससे कभी भी बड़ी दुर्घटना घटने की संभावना बनी हुई है।
(5)शौचालय: स्टेशन के प्लेटफार्म परिसर में शौचालय की कोई व्यवस्था नहीं है। स्टेशन परिसर के बाहर शौचालय का निर्माण किया गया है पर उसमे हमेशा ताला लगा रहने की वजह से यात्री मजबुरन खुले में शौच जाते है।
(6)पानी: स्टेशन में यात्री के लिए पीने का पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। प्लेटफार्म दो और तीन पर एक-एक चापाकल है जिसकी हालत अच्छी नहीं है। स्टेशन में यात्री पानी के लिए परेशान रहते है।
(7)शेड: स्टेशन के प्लेटफार्म परिसर में पर्याप्त शेड उपलब्ध नहीं होने की वजह से बरसात के दिनों में यात्री भींगने के लिए विवश हो जाते है।
(8)लाइट /रोशनी: स्टेशन में लाइट की कमी होने की वजह से सभी प्लेटफार्म में अंधकारमय बना रहता है, जिससे बुजुर्ग यात्री को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है ,अन्य यात्री भी भयभीत रहते है।
(9)चेयर: स्टेशन के प्लेटफार्म में यात्रियों के बैठने हेतु पर्याप्त चेयर उपलब्ध नहीं है, जिससे वरिष्ठ नागरिक यात्री भी मजबूरन नीचे जमीन पर बैठ जाते है।
(10)साफ सफाई: स्टेशन में प्लेटफार्म परिसर का प्रतिदिन साफ सफाई नहीं होने के कारण गंदगी का अंबार लगा रहता है।
बताया गया कि स्टेशन की फुटब्रिज और आउटर पर स्थित फाटक समस्या से स्कूली बच्चों को भी आने जाने में काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। फलतः महालिमोरूप रेलवे स्टेशन के यात्री व स्थानीय ग्रामीणों ने उक्त समस्या का समाधान यथा शीघ्र करवाने का आग्रह किया गया।

मौके पर स्थानीय मुखिया तापस कुमार महतो, वार्ड सदस्य लक्ष्मी महाली, हेमसागर प्रधान, अनिरुद प्रमाणिक, जयचंद प्रधान, मलीन दास, हरी महतो, मुन्ना महाली, कबीर प्रमाणिक, जीवन प्रमाणिक, गुरुप्रसाद महतो, डॉ सदानंद महतो, डॉ भीम महतो, गोवर्धन महतो, नरेश मंडल, बुधेश्वर् महली, महेश्वर महली, दशरथ महली, समेत कई महिला पुरुष व बच्चे उपस्थित रहे।

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