जेएनयू दिल्ली के सीनियर रिसर्च फेलो सौरभ पहुंचे सरायकेला;
छऊ डांस पर कर रहे हैं रिसर्च
सरायकेला। छऊ धाम माने जाने वाले सरायकेला की माटी की खुशबू देश सहित विदेशी कला जगत में फैली हुई है। अब ज्ञान के क्षेत्र में भी छऊ नृत्य कला का मान बड़ा है। इसे लेकर दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के सीनियर रिसर्च फेलो सौरभ चंद्र पटेल सरायकेला पहुंचे हैं। सौरभ जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी नई दिल्ली से समाजशास्त्र में पीएचडी कर रहे हैं। जिसमें उन्होंने पीएचडी के लिए सरायकेला छऊ डांस टॉपिक को चुना है। वर्तमान में सरायकेला छऊ डांस में श्रम एवं पहचान पर सौरभ रिसर्च कर रहे हैं।
सौरभ बताते हैं कि वे इतिहास से लेकर अब तक छऊ नृत्य कला में योगदान करने वाले छऊ नृत्य कला के पूरोधाओं और कलाकारों के विषय में जानकारी हासिल कर रहे हैं। इसके साथ ही छऊ गुरुओं से और छऊ मास्क मेकरों से लगातार मिलते हुए छऊ कला की बारीकियों का ज्ञान हासिल कर रहे हैं। इस दौरान गुरु मलय कुमार साहू से उनके छऊ डांस सेंटर श्री केदार आर्ट सेंटर में छऊ नृत्य कला भी सीख रहे हैं।
सौरभ बताते हैं कि कला के निवास स्थान पर स्वयं भगवान विराजमान होते हैं, की कथा सरायकेला में आकर चरितार्थ होते हुए वे देख रहे हैं। जहां के लोग काफी मिलनसार है। और यहां का वातावरण भी दिल्ली की अपेक्षा अल्प प्रदूषण वाला है। यहां उन्हें अपने शोध कार्य में सभी से सहयोग मिल रहा है। उन्होंने कहा कि 6 महीने बाद वे अपना शोध विभाग को प्रस्तुत करेंगे।