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शिक्षा विभाग का छात्र स्वास्थ्य की दिशा में बेहतर पहल…

अब स्कूली बच्चों को मध्याह्न भोजन के साथ सप्ताह में एक दिन बुधवार को मिलेगा मड़ुवा का लड्डू या मड़ुवा का हलवा; स्वास्थ्य होगा अच्छा।

सरायकेला:संजय मिश्रा

सरायकेला। प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना के तहत अब स्कूली बच्चों को मध्याह्न भोजन के साथ सप्ताह में एक दिन बुधवार को पौष्टिकता से भरपूर मड़ुवा का लड्डू या मड़ुवा का हलवा खाने को मिलेगा। इसे लेकर झारखंड सरकार स्कूली एवं साक्षरता विभाग के झारखंड राज्य मध्याह्न भोजन प्राधिकरण की निदेशक किरण कुमार पासी द्वारा जारी किए गए निर्देश के आलोक में जिले में कवायद की जा रही है।

जिसके तहत आवंटित राशि से ही फ्लैक्सिबिलिटी का न्यू इंटरवेंशन्स अंतर्गत मध्याह्न भोजन के अतिरिक्त सप्ताह में एक दिन बुधवार को या फिर बुधवार को कार्य दिवस नहीं होने की स्थिति में अगले कार्य दिवस को राजी मड़ुवा का हलवा या लड्डू स्कूली बच्चों को खिलाया जाएगा। इसे बनाने की विधि भी विभागीय स्तर पर बताई गई है। जिसे रसोईया सह सहायिका के प्रशिक्षण मॉड्यूल में भी शामिल किया गया है।

उक्त जानकारी देते हुए जिला शिक्षा अधीक्षक चार्ल्स हेंब्रम ने बताया कि इससे जिले के पहली से आठवीं कक्षा तक में अध्यनरत सरकारी स्कूलों जिले के कुल 79275 छात्र लाभान्वित होंगे। जिसमें प्रत्येक छात्र के लिए 50 ग्राम रागी मड़ुवा की उपलब्धता से रागी मड़ुवा का लड्डू या हलवा बनाए जाने के लिए उपयोग किया जाना है। उन्होंने कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य स्कूली बच्चों में रागी मड़ुवा की पौष्टिकता से पोषण शक्ति का निर्माण किया जाना है। ताकि बच्चे स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन के साथ पढ़ाई और स्कूल आधारित गतिविधियों में बेहतर बन सके।

स्कूल के किचेन में ऐसे तैयार होगा मड़ुवा का लड्डू या मड़ुवा का हलवा:-
रागी मड़ुवा का हलवा गुड़, घी या रिफाइन, सौंफ, नमक और पानी के निर्धारित मात्राओं के साथ चार स्टेप में तैयार होगा। जिसमें 1 किलोग्राम रागी मडु़वा के हलवे में 20 से 25 बच्चे खा सकेंगे। इसी प्रकार उक्त सामग्रियों से रागी मडु़वा का लड्डू कुल पांच स्टेप में तैयार किया जाएगा। जिसमें एक किलोग्राम में रागी मड़ुवा का 40 से 45 पीस लड्डू तैयार हो सकेगा।

पौष्टिकता से भरपूर है रागी मड़ुवा:-
मडु़वे में भरपूर मात्रा में कैल्शियम, प्रोटीन, ट्राइप्टोफैन, आयरन, मेथिओनाइन, फाइबर, लेसिथिन, केराटिन और कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है। इसकी तासीर गर्म होने के कारण सर्दियों में इसे खाना लाभकारी बताया गया है। इससे शारीरिक कमजोरी दूर होने के साथ-साथ कफ दोष का निवारण भी संभव है। मोटापा घटाने, हड्डियों को मजबूती प्रदान करने सहित एसिडिटी कब्ज और अपच की समस्याओं को भी दूर करने में लाभकारी साबित होता है।

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