एसपी की विशेष पहल: अब जिले के सभी थानों में प्रतिदिन सुबह होगी डेली मीटिंग; प्रत्येक पदाधिकारी और कर्मी को मिलेगा टास्क ऑफ़ द डे…
सरायकेला: संजय मिश्रा । पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार लुणायत के नेतृत्व में सरायकेला-खरसावां पुलिस द्वारा डेली मीटिंग की एक विशेष पहल की शुरुआत की गई। पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार लुणायत ने स्वयं कांड्रा थाना में डेली मीटिंग का संचालन करते हुए इस विशेष पहल की शुरुआत की। जिसके तहत बताया गया कि अब थाना प्रभारी प्रतिदिन सुबह थाना में पदस्थापित पदाधिकारी एवं कर्मियों के साथ डेली मीटिंग करेंगे। उक्त डेली मीटिंग में थाना प्रभारी द्वारा थाना में पदस्थापित पदाधिकारी को पदाधिकारीवार लंबित वारंट, कुर्की, सम्मन के निष्पादन, फिरारियों की गिरफ्तारी, आरोप पत्रित अपराध कर्मियों के भौतिक सत्यापन, थाना में लंबित चरित्र एवं पासपोर्ट सत्यापन, सीसीटीएनएस प्रविष्टि, लंबित कांडों के अनुसंधान एवं निष्पादन, विधि व्यवस्था संधारण तथा आवश्यकता अनुसार विविध कार्यों का विभाजन एवं निर्धारण किया जाएगा।
ताकि प्रत्येक पदाधिकारी और कर्मी की भूमिका एवं जवाबदेही तय की जा सके। प्रत्येक पदाधिकारी और कमी के लिए टास्क ऑफ़ द डे के निर्धारण हेतु एक फॉर्म भी तैयार किया गया है। जिसमें थाना प्रभारी द्वारा की जाने वाली टास्किंग का विवरण होगा। सभी थाना प्रभारी बैठक के दिन उक्त प्रपत्रानुसार विगत दिन के प्रदर्शन की समीक्षा करेंगे। और संबंधित पदाधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश देंगे। डेली मीटिंग के प्रभावी क्रियान्वयन एवं प्रदर्शन की समीक्षा के लिए संबंधित अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस निरीक्षक अपने-अपने क्षेत्राधिकार के थानों में प्रत्येक सप्ताह में काम से कम एक बार किसी एक थाने की डेली मीटिंग का संचालन करते हुए थाना प्रभारी एवं अन्य पदस्थ पदाधिकारी के प्रदर्शन की समीक्षा करेंगे। किसी भी पदाधिकारी द्वारा गैर अनुपालन एवं लापरवाही बढ़ते जाने की स्थिति में संबंधित पदाधिकारी के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही हेतु प्रतिवेदन समर्पित किया जाएगा।
बताया गया कि किसी भी पुलिस व्यवस्था में अपराध नियंत्रण, कांडों के उद्भेदन एवं विधि व्यवस्था संधारण में थाना की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। जिसके लिए यह आवश्यक है कि थाना के सभी पदाधिकारी एवं कर्मी इस उद्देश्य की प्राप्ति में अपनी भूमिका सही तरीके से निभाएं। साथ ही साथ यह भी आवश्यक है कि थाना स्तर पर अपराध नियंत्रण, कांडों के उद्भेदन एवं विधि व्यवस्था संधारण से संबंधित अभिलेखों/ कर्तव्यों की वस्तु स्थिति पर दैनिक रूप से निगरानी रखी जाए। ताकि पदाधिकारी एवं कर्मी विधि व्यवस्था संधारण, अपराध नियंत्रण एवं उद्भेदन में इनकी मदद ले सकें।