सरायकेला। नई पेंशन स्कीम को रद्द करने और पुरानी पेंशन योजना को पुनः बहाल किए जाने को लेकर पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन द्वारा किए जा रहे मांगों का टेट पास पारा शिक्षक संघ ने समर्थन किया है। झारखंड प्रदेश टेट पास पारा शिक्षक संघ के प्रदेश मीडिया प्रभारी कुणाल दास ने इस संबंध में एक प्रेस बयान जारी कर कहा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक ओर जहां सांसद विधायक एवं मंत्री महज चंद सालों की सेवा के आधार पर पेंशन का लाभ लेते हैं।
वहीं दूसरी ओर उम्र के अंतिम पड़ाव तक सरकार को अपनी सेवा समर्पित करने वाले सरकारी कर्मियों को पेंशन की सुविधा से वंचित रखा जा रहा है। उन्होंने इसे अन्याय पूर्ण व्यवस्था बताते हुए इसका प्रतिकार होने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि पुरानी पेंशन योजना सभी कर्मियों का कर्मसिद्ध अधिकार है। और झारखंड प्रदेश टेट पास पारा शिक्षक संघ इस लड़ाई में सरकारी कर्मियों के समर्थन में खड़ा है। उन्होंने झारखंड सरकार द्वारा प्रस्तावित पारा शिक्षक सेवा शर्त नियमावली पर कहां है कि तात्कालिक परिस्थितियों के लिहाज से नियमावली का स्वागत किया जाता है। लेकिन लड़ाई यहीं रुकी नहीं है। पूर्ण सरकारी शिक्षक बनना टेट पास पारा शिक्षकों का हक है। और वे इसे हासिल करके रहेंगे। नए वर्ष में नए सिरे से इसके लिए आंदोलन की रूपरेखा तय की जाएगी। उन्होंने कहा है कि नई शिक्षक नियमावली में यदि 9300-34500 के वेतनमान में बदलाव किया गया तो संगीत का कड़ा प्रतिरोध करेगा।