सरायकेला-खरसावां (संजय मिश्रा) : जहाँ जिला प्रशासन तीसरी लहर को लेकर संवेदनशील थे और सदर अस्पताल सरायकेला को मरीजों के लिए तैयार की गई थी । वहीं वायरल फीवर ने जगह ले ली । वायरल फीवर को लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है। वायरल फीवर के मरीजों की संख्या इन दिनों काफी बढ़ी हुई है।
सदर अस्पताल में अधिकतर मरीज टायफाइड, मलेरिया व वायरल फीवर से पीड़ित आ रहे हैं। जिससे सदर अस्पताल के सभी 80 बेड फुल हैं। टायफाइड, मलेरिया, वायरल बुखार और डायरिया पर नियंत्रण के लिए सिविल सर्जन डॉ. हिमाशु भुषण बरवार ने टास्क फोर्स को चौबीस घंटे मुस्तैद रहने का निर्देश दिया है। कहा है कि डायरिया से निपटने के लिए जिला व प्रखंड स्तर पर टास्क फोर्स का गठन किया गया है। सदर अस्पताल व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कंट्रोल रूम का गठन किया गया है, ताकि कहीं से भी डायरिया की सूचना आने पर मेडिकल टीम गांव पहुंच कर इलाज कर सके। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के साहियाओं को प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी का मोबाइल नंबर दिया गया है। ताकि कहीं भी डायरिया की सूचना मिले तो तुरंत इसकी सूचना प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को दी जा सके। उन्होंने बताया कि प्रत्येक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ओआरएस उपलब्ध करा दिए गए हैं। अगर कहीं भी डायरिया की लक्षण दिखती है तो मरीजों को ओआरएस का घोल दिया जा सकता है।