विश्व आदिवासी दिवस पर कांग्रेस जिला महासचिव का आह्वान….
सरायकेला-खरसावां (संजय मिश्रा) । 9 अगस्त को विश्व भर में मनाए जाने वाले विश्व आदिवासी दिवस को लेकर कांग्रेस पार्टी के जिला महासचिव सुषेण मार्डी ने एक प्रेस बयान जारी कर विचार व्यक्त किए हैं।
उन्होंने कहा है कि आदिवासी समाज के समस्याओं का निराकरण करने के लिए विश्व के देशों का ध्यानाकर्षण करते हुए यूनाइटेड नेशन ऑर्गेनाइजेशन ने पृथ्वी दिवस 3 जून 1993 में होने वाले सम्मेलन के 300 पढ़ने के एजेंडा में 40 विषय, जो चार भागों में बांटे गए हैं, ब्राजील के रियो डी जेनेरो सम्मेलन में विश्व के आदिवासियों की स्थिति की समीक्षा की गई। और चर्चा कर प्रस्ताव पारित किया गया। ऐसा विश्व में पहली बार हुआ। श्री मार्डी ने बताया कि 1993 में कार्य दल के 111 अधिवेशन में आदिवासी अधिकार घोषणा प्रारूप को मान्यता मिलने पर 9 अगस्त को आदिवासी दिवस घोषित किया गया। आदिवासियों की भाषा, संस्कृति एवं आदिवासियों के मूलभूत अधिकार को सभी ने एकमत से स्वीकार किया था। यूएनओ जनरल महासभा में व्यापक चर्चा के बाद 21 दिसंबर 1993 से लेकर 20 दिसंबर 2004 तक आदिवासी दशक और 9 अगस्त को आदिवासी दिवस मनाने का फैसला लेते हुए विश्व के सभी देशों को निर्देश दिया गया। उन्होंने बताया कि प्रथम आदिवासी दिवस जेनेवा में यूएनओ द्वारा 1994 में आयोजित किया गया था। आदिवासियों को संगठित होने में इससे बड़ा अवसर कोई नहीं है। मार्डी ने विश्व आदिवासी दिवस पर सभी आदिवासियों का आह्वान करते हुए कहा है कि आओ दोस्तों जाति-पाति भुलाकर हमारे अधिकार, हमारे संस्कृति एवं इतिहास को बचाने के लिए संगठित आवाज बने। और विश्व आदिवासी दिवस पर 9 अगस्त को प्रत्येक आदिवासी घरों में एकता का दीप जलाएं एवं रोशनी करें। साथ ही आदिवासी सेमिनार, सभा एवं सम्मेलन का आयोजन किया जाए।