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जुगसलाई में व्यापारियों के डूबे 35 लाख रुपए लौटने के लिए रिटको ट्रांसपोर्ट के द्वारा नियुक्त प्रतिनिधि मनीष कुमार तिवारी ने रिटको द्वारा दिए जा रहे जिम्मेदारी को लेने से किया इनकार, ऐसे में एक बार फिर व्यापारियों के समक्ष उत्पन्न हो सकती है उलझन की स्थिति…

 

जुगसलाई के व्यपारियों का मामला उलझा, मनीष कुमार तिवारी ने रिटको की जिम्मेदारी लेने से किया इंकार…

 

जमशेदपुर :  पिछले दिनों जुगसलाई थाने में कपड़ा व्यवसाईयों द्वारा एक लिखित शिकायत दर्ज कराई गई थी, जुगसलाई शिव घाट रोड स्थित राजधानी इंटर स्टेट ट्रांसपोर्ट कंपनी(रिटको) पर कपड़ा व्यवसाययों का 35 लख रुपए का गबन का आरोप लगाया गया था, व्यवसाईयों ने आरोप लगाया था कि लगातार वे इस ट्रांसपोर्ट से कारोबार कर रहे थे देश के विभिन्न राज्यों से इसी ट्रांसपोर्ट के माध्यम से कपड़ा मंगाया जाता आ रहा था, अचानक व्यवसाईयों को भनक लगी कि ट्रांसपोर्ट बंद हो गया है और उनका 35 लख रुपए का नुकसान हो गया है

इस संबंध में व्यवसाईयों ने जुगसलाई थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी जिसे जमशेदपुर के सभी समाचार पत्रों में प्रमुखता से छापा गया था, मामला संज्ञान में आते ही इस मामले को कंपनी के डायरेक्टर दिल्ली निवासी हरजिंदर सिंह चढहा ने गंभीरता से लिया और व्यवसाईयों का उचित पैसा लौटने का निर्णय लिया ज्ञात हो कि कंपनी के जनरल मैनेजर तेजेंद्र सिंह ने 30/12/ 2022 को जुगसलाई थाने में पूर्व मैनेजर उमेश सिंह और कर्मचारियों के विरुद्ध जिनके द्वारा लगातार चोरी की घटना को अंजाम देकर व्यवसाईयों का पैसा गबन करने के साथ कंपनी को बदनाम करने का कार्य किया गया है उनके विरुद्ध एफ आई आर किया था,

कंपनी ने व्यवसाययों को आश्वासन दिया है कि किसी भी व्यवसाय को घबराने की जरूरत नहीं है सभी को पैसा सुरक्षित लौटा दिया जाएगा, कंपनी द्वारा जुगसलाई निवासी मनीष तिवारी को प्रतिनिधि के तौर पर नियुक्त किया गया था परंतु मनीष तिवारी ने कंपनी द्वारा दी जा रही जिम्मेदारी को लेने से साफ इनकार कर दिया

मनीष तिवारी ने कहा कि यह खुशी की बात है कि व्यापारियों का क्लेम का पैसा उन्हें सुरक्षित लौटा दिया जा रहा है रिटको कंपनी से उनका पूर्व में एक अच्छा संबंध रहा है लेकिन वे वर्तमान समय में आर के ट्रांसपोर्ट में कार्यरत हैं और आरके ट्रांसपोर्ट छोड़कर किसी अन्य ट्रांसपोर्ट की जिम्मेदारी वे नहीं ले सकते, रिटको कंपनी अन्य किसी प्रतिनिधि को नियुक्त कर व्यापारियों का पैसा लौटा दे,

उन्होंने साफ तौर पर रिटको कंपनी द्वारा दी जा रही जिम्मेदारी को लेने से इनकार कर दिया,

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