40 साल बाद विस्थापित हुये उग्र, हक और अधिकार को लेकर हजारों संख्या में महिला-पुरूष सहित युवाओं ने डैम पर दिया धरना, प्रशासन और अधिकारियों की उड़ी नींद, 19 वां दिन प्रसाशन ने शांतिवार्त्ता की पहल…
अखिल भारतीय विस्थापित अधिकार मंच का 19 वां दिन में भी धरना प्रदर्शन रहा असरदार..
शशि भूषण महतो ;चांडिल
चांडिल: सरायकेला खरसावां जिला के चांडिल अनुमंडल के पिछले 18 दिन से सुवर्णरेखा बांध के विस्थापित लगातार अपने 10 सुत्री मांगो को लेकर अडिग रहे, लेकिन उनकी बातों को संज्ञान लेने न कोई पदाधिकारी आए और न ही विभाग से कोई अधिकारी ऐसे में 116 गांव के विस्थापितों ने आपने हक और अधिकार को लेकर पारंपारिक हथियारों के साथ डैम पहुंचकर उग्र प्रदर्शन किया ।
विगत 40 बर्षों से चली आ रही विस्थापितों की समस्या राजनेताओं की राजनीतिक मुद्दा बनती रही है लेकिन इसबार अपने हक और अधिकार की लड़ाई विस्थापित स्वयं कर रहे हैं । विस्थापितो ने 19 वें दिन के आंदोलन में स्थान को परिवर्तन कर डैम के आड़ में प्रदर्शनकारियों ने बैठे नजर आए । मौके पर प्रदर्शनकारियो को अपने धरना स्थल पर जाने के लिए अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, चांडिल ब्लॉक कर्मचारी समेत अनुमंडल के चारो थाने के थाना अध्यक्ष सहित पूरे दल बल के साथ पहुंचकर ले जाने का कोशिश किया गया । मगर विस्थापित अपने मांगो पर अडिग रहकर परियोजना के संबंधित 10 सूत्री मांग रखा । पुलिस प्रशासन ने आंदोलनकारियों को खदेड़ने का प्रयास किया जो असफल रहा । विस्थापितों के साथ प्रसाशन शांतिवार्ता किया। मौके पर 116 गांव के विस्थापित परिवार मौजूद थे।