देवघर को नशामुक्त देवघर बनाने की पहल, जीरो
टॉलरेंस की निति पर युवाओं को जागरूक करने का
दिया आदेश….. उपायुक्त..
देवघर : जिला उपायुक्त सह दण्डाधिकारी मंजूनाथ भजंत्री की अध्यक्षता में जिले में नशीली दवाओं के दुरुपयोग और नशीले पदार्थों के व्यापार को रोकने के उपायों पर चर्चा किया गया । उक्त बैठक में नार्काे समन्वय केंद्र(एनसीओआरडी) के तहत जिला स्तरीय समिति की बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान उपायुक्त द्वारा जानकारी दी गयी कि भारत सरकार, गृह मंत्रालय के माध्यम से मादक पदार्थों की तस्करी एवं खेती रोकना तथा विभिन्न स्तर पर समन्वय एवं सहयोग स्थापित करने के उद्देश्य से 4 स्तरीय नार्को समन्वय केन्द्र का गठन करने का आदेश दिया गया, । वही बैठक में उपायुक्त ने कहा की नियमों का पालन करते हुये रोकथाम के लिए जिला स्तरीय कमिटी का गठन करने का आदेश दिया गया । वही जिला स्तरीय कमिटी में पुलिस अधीक्षक संयोजक सदस्य, अनुमंडल पदाधिकारी, देवघर, अनुमंडल पदाधिकारी मधुपुर सदस्य, असैनिक शल्य चिकित्सक-सह-मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी सदस्य, जिला शिक्षा पदाधिकारी, सदस्य, जिला शिक्षा अधीक्षक, सदस्य, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, सदस्य, वन प्रमंडल पदाधिकारी, सदस्य, जिला कृषि पदाधिकारी, सदस्य, जिला औषधी निरीक्षक को सदस्य के रूप में नामित किया गया है।
बैठक में नशामुक्ति अभियान को कारगर करने के लिए सड़क सुरक्षा अभियान से नशामुक्ति अभियान को जोड़ते हुए युवा छात्रों को नशीली दवाओं के दुरुपयोग के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता अभियान चलाया जाय । अभियान के तहत् गलत दवा और नशा से होने वाली दुषप्रभाव की जानकारी दी जाय । साथ ही उपायुक्त ने जीरो टॉलरेंस की निति पर नशामुक्त देवघर बनाने की दिशा में कार्य करने का निदेश संबंधित विभाग के अधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियों को दिया।
इस दौरान उपरोक्त के अलावे पुलिस अधीक्षक श्री सुभाष चंद्र जाट, वन प्रमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी, देवघर, अनुमंडल पदाधिकारी मधुपुर, असैनिक शल्य चिकित्सक-सह-मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी सदस्य, गोपनीय प्रभारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, ड्रग इंस्पेक्टर, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी रोहित कुमार विद्यार्थी एवं संबंधित अधिकारी आदि उपस्थित थे।