जागरूकता के बाद 33 ने लिए कोविड-19 से सुरक्षा का वैक्सीन।
सरायकेला – खरसावां ( संजय मिश्रा ) सरायकेला जिले भर में पंचायत स्तर पर और गांव में डोर टू डोर कोविड-19 वैक्सीनेशन का कार्य जारी है। इसके तहत कई ग्रामीण क्षेत्रों में वैक्सीनेशन को लेकर जन जागरूकता का अभाव भी देखा जा रहा है। जहां सोशल मीडिया पर फैले अफवाहों का प्रभाव और आधी अधूरी जानकारी लोगों को वैक्सीनेशन से दूर कर रही है। कुछ ऐसा ही वाक्या रविवार को डोर टू डोर वैक्सीनेशन कार्यक्रम में चांडिल प्रखंड के चिलगु पंचायत अंतर्गत चिलगु गांव में देखा गया।
जहां चिलगु पंचायत की प्रभारी एएनएम नर्स वंदना महापात्रो भाषाई कठिनताओं के बीच सहिया की मदद से लोगों को जागरूक करके 33 ग्रामीणों को कोविड-19 से सुरक्षा का वैक्सीन देने में सफल रही हैं।
बताया जा रहा है कि दलमा की तराई वाले विस्थापित संथाल आदिवासी बहुल गांव चिलगु में कोविड-19 वैक्सीनेशन को लेकर घर-घर में तरह-तरह की भ्रांति और अफवाह बने हुए हैं। जहां पुरुष वर्ग दबी जुबान में वैक्सीन के लेने से बुखार आने और शारीरिक कमजोरी के साथ नपुंसकता आने की बात बताते हुए वैक्सीन लेने से इंकार कर रहे हैं। वहीं महिला वर्ग में इससे बुखार आने की बात कहते हुए बताती हैं कि हमारे गांव में सब ठीक है। यहां वैक्सीन लगाने की आवश्यकता नहीं है। प्रभारी एएनएम नर्स वंदना के अथक प्रयास से जन जागरूकता के बाद सभी ग्रामवासी एक दूसरे को वैक्सीन लेने के लिए प्रेरित करते हुए दिखे। जिसमें मध्य दोपहर तक 33 लोगों ने आगे बढ़कर कोविड-19 से सुरक्षा की वैक्सीन ली। एटीन प्लस की ग्राम निवासी कमला हांसदा भी इस मौके पर सभी ग्रामवासियों से कोविड-19 वैक्सीन लेने की गुजारिश करते हुए सभी को बताया कि वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। और कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के लिए एकमात्र उपाय हैं।