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हौसला बुलंद हो तो कोरोना की हार निश्चित है, मगध सम्राट हॉस्पिटल की शरण में पहुंची 50 वर्षीया सोनिया मुर्मू ने अपने बुलंद हौसले से कोरोना को हराया।

सरायकेला ब्यूरो – कहते हैं कि जज्बा बुलंद हो तो पत्थर पर भी गुलाब खिलेंगे। कोरोना के बेहद ही क्रिटिकल काल में कुछ ऐसा ही वाकया मगध सम्राट हॉस्पिटल आदित्यपुर की सेवा और चांडिल के कांदरबेड़ा निवासी 50 वर्षीया सोनिया मुर्मू ने कर दिखाया है। कोरोना के दूसरी लहर से जहां देशभर में चारों ओर कोहराम मचा हुआ है। और अधिकांश लोग कोरोना संक्रमण से जूझते हुए मायूस नजर आ रहे हैं। इसी बीच सोनिया मुर्मू की कोरोना से संघर्ष और मगध सम्राट हॉस्पिटल की स्वास्थ्य सेवा ने कोरोना से जंग जीतने की प्रेरणा उत्पन्न कर दी है।
बताया जा रहा है कि ऐसे कोरोना संकटकाल में एक ओर जहां कई एक अस्पताल संक्रमित मरीजों को अपने यहां भर्ती करने से इंकार कर दे रहे हैं। इसी दौरान सोनिया मुर्मू बीते 4 मई को कोरोना से संक्रमित हुई। जिसमें उन्हें निमोनिया भी हुआ था। और उनकी हालत बेहद खराब होने तथा गंभीर अवस्था को देखते हुए मगध सम्राट हॉस्पिटल आदित्यपुर में भर्ती कराया गया। अस्पताल के प्रबंधक सह चिकित्सक डॉ ज्योति के अनुसार भर्ती कराए जाने के समय सोनिया मुर्मू की हालत इतनी खराब थी कि ऑक्सीजन लेवल 75 के नीचे था। जिसमें ऑक्सीजन लेवल की स्थिति और मरीज की गंभीर हालत को देखते हुए कई अस्पतालों ने सोनिया को अपने यहां भर्ती लेने से मना कर दिया। इसी दौरान मगध सम्राट हॉस्पिटल द्वारा सोनिया को अपने यहां भर्ती करा कर इलाज का जिम्मा उठाया गया। और मगध सम्राट हॉस्पिटल के कुशल चिकित्सक सह प्रबंधक डॉ ज्योति की देखरेख में प्रॉपर इलाज के बाद रविवार को सोनिया ने कोरोना से जंग जीत ली। कोरोना को हराने के बाद बेहद प्रसन्न सोनिया मुर्मू पूरी तरह स्वस्थ हो चुकी हैं। इस अवसर पर डॉ ज्योति ने लोगों से आह्वान किया कि जब भी आपको कोरोना हो तो आप हिम्मत ना हारे। बल्कि अपने मजबूत आत्मबल से इस बीमारी को हराने के लिए प्रयास करें। और इसमें आपकी जीत निश्चित होगी।

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