सरायकेला – लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को लेकर एक तरफ जहां केंद्र और राज्य सरकार तमाम जरूरी एहतियात बरत रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ जरूरी दवाओं की कालाबाजारी भी शुरू हो गई है. ऑक्सीजन से लेकर अस्पतालों के बिल और सामान्य दवाइयों से लेकर कालाबाजारी भी जमकर हो रही है. झारखंड में भी ऑक्सीजन और जरूरी दवाओं की कालाबाजारी की सूचनाएं सरकार तक पहुंचने के बाद सरकार के निर्देश पर औषधि महकमा कमर कस कर सडको पर नजर आ रही है . राज्य सरकार के निर्देश पर औषधि विभाग की टीम कालाबाजारी करने वालों पर नकेल कसने की पुरी तैयारी में जुट गई है. सरायकेला जिले के अदित्यपुर और गम्हरिया में शनिवार को ड्रग कंट्रोल विभाग की तीन सदस्यीय टीम ने एक साथ जिल के कई दवा दुकानों में औचक जांच अभियान चलाया. जहां टीम के सदस्यों ने दवाएं खरीद रहे लोगों से दवाओं की कीमत पूछ बिल के आधार पर पैसे लिए जा रहे हैं या नहीं इसकी जांच की. तीन सदस्यीय टीम में ड्रग इंस्पेक्टर राजीव एक्का, श्रीमती जया एवं कुंज बिहारी चैधरी ने सरायकेला जिले के दर्जनों दुकानों में पहुंचकर दवा खरीद रहे लोगों से पूछताछ की एवं ग्राहकों से प्रिंट रेट पर दवा लेने की अपील की साथ ही टीम के सदस्यों ने दवा लेने पहुंच रहे लोगों से दवा दुकानों में भीड़ नहीं लगाने की अपील की हालांकि इस दौरान टीम को कहीं से भी प्रिंट रेट से अधिक दर पर दवा बेचे जाने की शिकायत नहीं मिली. वही मेडिकल दुकानदारों ने भी सरकार की ऐसी सतर्कता और पहल पर अपनी सहमति जताई है कोरोना काल में सरकार की सतर्कता आम लोगों के लिए भी एक उदाहरण बनती जा रही है एक खरीदार ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि औषधि निरीक्षक ने अपना नंबर आम लोगों को दिया है जिससे अगर कोई भी दुकानदार प्रिंट मूल्य से अधिक पैसे का मांग करता है तो उस पर औषधि निरीक्षक के द्वारा कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। वही औषधि निरीक्षक कुंज बिहारी चैधरी ने आम लोगों से अपील की है कि इस महामारी मेंज्यादा से ज्यादा घर पर रहे बहुत आवश्यक होने पर ही निकले और दवा खरीदारी करने परिवार से एक ही लोग दुकान तक पहुंचे ताकि संक्रमण के जाल से वह बच सके झारखंड सरकार उनके इस कोरोनावायरस में उनके साथ कदम से कदम मिलाकर लड़ने को तैयार है
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