

सरायकेला- खरसवां /राजनगर – देश में एक ओर जहां कोरोना महामारी का तांडव जारी है। वहीं दूसरी ओर फ्रॉड करने वालों का हौसला भी काफी बुलंद है। इसके साथ ही साइबर ठगी को लेकर लाख जन जागरूकता के बावजूद भी लोग ठगी के शिकार हो रहे हैं। ऐसा ही एक मामला राजनगर थाना अंतर्गत चांगुआ गांव में सामने आया है। गांव के एक किसान विशेश्वर महतो की बैंक खाते को साइबर अपराधियों ने खाली ही कर दिया है। इस संबंध में विशेश्वर बताते हैं कि 19 मई की सुबह 9:00 से 10:00 के बीच एक फोन कॉल 7646057515 से आया। जिसमें कहा गया कि “मैं सरायकेला डीएसओ ऑफिस से बोल रहा हूं। आपके धान की राशि का दूसरा भुगतान का किस्त आपके खाते में नहीं ट्रांसफर हो पा रहा है। कृपया अपना एटीएम का 16 डिजिट नंबर दीजिए।” किसान विशेश्वर ने धान की राशि का दूसरा किस्त खाते में ट्रांसफर नहीं होने की बात समझते हुए उसने सारी जानकारी फोन कॉल करने वाले को दे डाली। इसी के साथ ही किसान विशेश्वर के बैंक खाते में जमा कुल ₹59208 में से ₹59200 चंद मिनट में ही गायब हो गए। और खाते में मात्र ₹8 शेष रह गया। विशेश्वर ने 20 मई को मामले की शिकायत राजनगर थाने में आवेदन देकर किया। इसके बाद इस फर्जीवाड़े की खबर राजनगर सहित आसपास के इलाके में तेजी से फैल गई। और लोग सतर्क हो गए। परंतु इसी दौरान बताया जा रहा है कि 20 और 21 मई को राजनगर के लगभग 12 से 15 किसानों को उसी नंबर से कॉल आया। और ठीक उसी प्रकार दूसरे किसानों को भी ठगने की कोशिश की गई। लेकिन सतर्क हो चुके लोग और किसान इस बार ठगी का शिकार नहीं बन पाए। इसके साथ ही सभी मांग भी कर रहे हैं कि गरीब किसानों के साथ दोबारा कोई ऐसे ठगी का शिकार ना बन पाए। इसलिए ऐसे अज्ञात साइबर अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। ताकि किसानों की अपनी मेहनत की कमाई की राशि को बचाया जा सके।
