अपहरणकर्ताओं द्वारा अपहृत के पिता से मांगी गई 500000 की फिरौती
सरायकेला। कांड्रा थाना क्षेत्र से बीते 23 सितंबर को हुई व्यवसाई पुत्र 29 वर्षीय मनीष अग्रवाल के अपहरण के मामले में तकरीबन ढाई महीने बाद नया मोड़ आया है। जिसमें अपहृत मनीष अग्रवाल के पिता देवव्रत अग्रवाल उर्फ देबू अग्रवाल से 500000 फिरौती की रकम मांगने का मामला सामने आ रहा है। हालांकि इस संबंध में कांड्रा पुलिस द्वारा किसी भी प्रकार की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। परंतु जानकारी के अनुसार मिली शिकायत के आधार पर कांड्रा पुलिस ने इस मामले में फिरौती मांगने वाले तथाकथित दो अपहरणकर्ता जमशेदपुर के टेल्को निवासी अमर कुमार सिंह एवं जोजोबेड़ा निवासी संतोष कामत को हिरासत में लिया है। और पूछताछ कर जेल भेजने की तैयारी की जा रही है।
बतौर कांड्रा थाना प्रभारी राजन कुमार मामले का अनुसंधान किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि मामले के फर्जी या सच होने की स्थिति में कुल 10 लोग इस घटना में शामिल हो सकते हैं। बताते चलें कि लापता व्यवसाई पुत्र मनीष अग्रवाल की तलाश को लेकर पुलिस द्वारा लगातार प्रयास जारी रखी गई थी। बीते 4 अक्टूबर को स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने भी मनीष अग्रवाल के परिजनों से मिलकर ढांढस बनाया था। और गठित एसआईटी द्वारा जल्द ही मामले का परिणाम सामने आने की बात कही थी। मामले को लेकर कांड्रा व्यवसाई वर्ग ने 1 दिन का बंद और थाना घेराव भी किया था। सरायकेला खरसावां और चाईबासा जिले के चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज द्वारा इस संबंध में उपायुक्त को ज्ञापन सौंपकर लापता मनीष अग्रवाल की खोज बिन किए जाने की मांग की थी। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा, सांसद गीता कोड़ा, पूर्व मंत्री सरयू राय, भाजपा नेता गणेश महाली द्वारा भी परिजनों से मिलकर ढांढस बनाया गया था। परंतु मनीष अग्रवाल के लापता होने के ढाई महीने बाद तक कोई सुराग नहीं मिल पाया था।