Spread the love

 

साहिबगंज
रण बिजय गुप्ता(संथाल ब्यूरो)

Advertisements
Advertisements

साहिबगंज महाविद्यालय साहिबगंज में भूगोल और भूविज्ञान के छात्रों के बीच गूगल क्लास के माध्यम से विश्व आर्द्रभूमि (वेटलैंड्स )दिवस पर जल संसाधन और आर्द्रभूमि विषय पर सेमिनार का आयोजित किया गया। कार्यक्रम के दौरान भू वैज्ञानिक
डॉ रणजीत कुमार सिंह ने कहा कि
विश्व वेटलैंड्स दिवस मनाने की शुरुआत 2 फ़रवरी 1971 को रामसर, ईरान में कैस्पियन सागर से हुई। विश्व वेटलैंड्स दिवस 2022 की थीम Wetlands Action for People & Nature रखी गई है ।जिसका हिंदी में अर्थ होता है लोगों और प्रकृति के लिए आर्द्रभूमि कार्रवाई।विश्व में जितनी भी आंद्र भूमि है, उसकी पहचान करना और दुनिया को उसके बारे में बताना।
इन आंद्र भूमि स्थलों लाभ प्रकृति के विकास में वे कितने महत्वपूर्ण है लोगो को समझना और आंद्र भूमि में हो रहे नुकसान को रोकना।

वेटलैंड्स एक ऐसे स्थान होते है जो हर समय संतृप्त यानी जलमग्न रहते है और जैवविविधता ऐसे क्षेत्रों में बढ़ती जाती है। वैज्ञानिकों का ये अनुमान है की कुछ समय से यह स्थान सिकुड़ते जा रहे है।
उक्त कार्यक्रम में छात्र -छात्राएं अनिकेत कुमार, आशीष कुमार,हिना कुमारी, ज्योति मुर्मू ,अमन किशोर मंडल ,निखत परवीन, रितेश सोनू, प्रमिला मुर्मू आदि दर्जनों छात्र ने छात्राओं ने भाग लिया।

Advertisements

You missed