Spread the love

सरायकेला-खरसावां ( विकास कुमार )सरायकेला जिला के गम्हरिया वन अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय रायबासा की सहायक शिक्षिका राधा पूर्ति ने पुलिस की शिथिलता से दुखी होकर रांची स्थित राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के क्षेत्रीय कार्यालय के असिस्टेंट डायरेक्टर को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने अपने लिखे पत्र में कहा है कि गम्हरिया वन के बीईईओ कानन पात्र द्वारा द्वितीय सेवा पुस्तिका खोलने के नाम पर पिछले 2 वर्षों से उन्हें आर्थिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। आदिवासी महिला होने के नाते उनके साथ यह उत्पीड़न हो रहा है। इस क्रम में बीते 8 अप्रैल को बीइईओ कानन पात्रा में उनके साथ जाति सूचक शब्द का प्रयोग करते हुए अशोभनीय भाषा का प्रयोग किया और प्रताड़ित किया।

जिसको लेकर उन्होंने आदित्यपुर थाना में 4 मई को शिकायत दिया था। जिसके आलोक में 7 मई को एससी एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। मामला दर्ज होने के बाद 8 मई को डीएसपी द्वारा उनका तथा इस घटना के एकमात्र गवाह का बयान भी लिया गया।उसके बाद 15 दिन से ज्यादा समय गुजर जाने के बाद भी अब तक इस मामले पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। ऐसे में उन्हें आशंका है कि बीईईओ कानन पात्रा द्वारा अपने पैसे और पावर के बल पर इस मामले को प्रभावित किया जा सकता हैं तथा साक्ष्य के तौर पर उपलब्ध कराए गए सीसीटीवी फुटेज से भी छेड़छाड़ हो सकता है। ऐसे में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जनजाति आयोग इस दिशा में पहल कर एक आदिवासी महिला के साथ न्याय करें और इसमें त्वरित कार्रवाई करते हुए दोषी पर कड़ी कार्रवाई की जाए।

Advertisements

You missed