सरायकेला के इंद्रटांडी स्थित एक एस्बेस्टस के मकान में शरारती तत्वों ने लगाई आग,
लगभग 50 हजार का सामान जलकर हुआ राख; परिवार हुआ बेघर, दमकल की मदद
से आग पर पाया गया काबू…….
– सरकारी प्रावधान के तहत पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द
अंचल प्रशासन करें मदद : सांनद आचार्य
सरायकेला : सरायकेला के इंद्रटांडी मोहल्ला स्थित एक एस्बेस्टस के मकान में रविवार सुबह कुछ शरारती तत्वों द्वारा आग लगा दी गई. वहीं मकान में लगे आग के लपटों को देख मोहल्ले के लोगों में कुछ देर तक अफरा-तफरी मची रही। जिसके बाद परिवार वालों एवं मोहल्ले के लोगों द्वारा आग पर काबू पाने को लेकर काफी पानी का छिड़काव भी किया गया। लेकिन आग की लपटें इतनी तेज थी कि पानी का छिड़काव करने का कोई फायदा नहीं हुआ।
जिसके बाद झामुमो नेता सानंद आचार्य उर्फ टूलु द्वारा इसकी सूचना स्थानीय पुलिस और अग्निशमन विभाग को दी गई। सूचना मिलते ही सरायकेला थाना प्रभारी मनोहर कुमार एवं अग्निशमन विभाग के जवान दमकल गाड़ी को लेकर घटनास्थल पर तत्काल पहुंचे। जिसके बाद जाकर ही आग पर काबू पाया गया। घटना के वक्त घर में कोई नहीं था अन्यथा बड़ी घटना भी घट सकती थी। बता दें कि मकान में रहने वाला परिवार काफी गरीब हैं। मकान मालकिन 65 वर्षीय वृद्धा कौशल्या देवी है। जो अपने दो पुत्र जगदीश आचार्य व कार्तिक अचार्य के साथ उसी एस्बेस्टस के मकान उस छोटी सी झोपड़ी में रहा करती थी।
जिसे भी शरारती तत्वों द्वारा जलाकर छीन लिया गया. अब वे परिवार बेघर हो गए हैं। उनके एक पुत्र अपने झोपड़ी के बगल में ही एक छोटी सी दुकान करके परिवार का भरण पोषण करते हैं। और उनके दूसरे पुत्र की भी कोई खास कमाई नहीं है उन्होंने बताया कि घर में रखे लगभग ₹50000 का सामान जलकर पूरी तरह से खाक हो गई है। उन्होंने जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। एवं सरकारी प्रावधान के तहत मिलने वाली मुआवजा राशि जल्द से जल्द देने की अपील की है। ताकि फिर से वे एक अपना छोटा सा आशियाना बना कर उसमें जीवन यापन कर सके. अब देखना यह है कि इस पर जिला एवं अंचल प्रशासन कब तक और क्या पहल करती है। वहीं थाना प्रभारी मनोहर कुमार ने बताया कि पूरे घटना की छानबीन की जा रही है।
इधर झामुमो नेता सांनद आचार्य उर्फ टुलु ने बताया ये लोग काफी गरीब परिवार से हैं घटना में उनके लगभग ₹50000 का सामान जलकर पूरी तरह से खाक हो गया है। उन्होंने भी जिला एवं अंचल प्रशासन से सरकारी प्रावधान के तहत जल्द से जल्द पीड़ित परिवार को मदद पहुंचाने की अपील की है। ताकि पीड़ित परिवार का गुजर-बसर में सहयोग मिल सके।
मामले की सूचना मिलते ही राज्य के आदिवासी कल्याण सह परिवहन मंत्री चंपाई सोरेन ने भी मामले पर संज्ञान लेते हुए प्रशासन को आवश्यक कार्यवाही के लिए निर्देश दिया है ।