ईचागढ़ के पिलीद स्टेडियम में हुआ आजसू का मिलन समारोह
झामुमो के दिन पूरे हुए, ईचागढ़ में आजसू ही आएगा : सुदेश कुमार महतो
(नीमडीह के जिला परिषद प्रत्याशी पवित्र महतो के नेतृत्व में सैकड़ों लोग आजसू में हुए शामिल)
चांडिल (विद्युत महतो) ईचागढ़ प्रखंड के पिलीद स्टेडियम में आजसू पार्टी का मिलन समारोह आयोजित हुआ। समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में आजसू के केंद्रीय अध्यक्ष एवं सिल्ली विधायक सुदेश कुमार महतो शामिल हुए। इसके अलावा समारोह में केंद्रीय सचिव सह ईचागढ़ विधानसभा प्रभारी हरेलाल महतो, बड़कागांव विधानसभा प्रभारी रोशनलाल चौधरी, विजय मानकी, नीमडीह जिला परिषद सदस्य असित सिंह पात्र, प्रोफेसर रविशंकर मौर्या आदि मौजूद रहे। मिलन समारोह में ईचागढ़ प्रखंड के पूर्व प्रमुख अलोमनी देवी, नीमडीह के पूर्व जिला परिषद प्रत्याशी एवं भाषा संघर्ष समिति के नेता पवित्र महतो के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने आजसू पार्टी का सदस्यता ग्रहण किया। सभी लोगों को केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने सदस्यता दिलाई और उनका स्वागत किया।
इस अवसर पर सुदेश कुमार महतो ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार स्थानीय नीति और पिछड़ा आरक्षण को लेकर सिर्फ राजनीति कर रही हैं। एक तरफ खतियान की बात तो करती हैं दूसरी ओर बाहरी तत्वों को बढ़ावा दे रही हैं। सरकार के संरक्षण में गैर खतियानी लोग फलफूल रहे हैं। वर्तमान में ईडी के जांच के दायरे में आए हुए वह लोग खतियानधारी हैं क्या? सुदेश कुमार महतो ने ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं को तैयार रहने के लिए कहा, उन्होंने कहा कि तैयार रहें, इस सरकार के बुरे दिन आ चुके हैं। यह सरकार और पूरा झामुमो समाप्त होने जा रही हैं, इसलिए ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र में आजसू ही आएगा, केला छाप ही आएगा।
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए केंद्रीय सचिव हरेलाल महतो ने कहा कि ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र में अबकी बार स्थानीय जनप्रतिनिधि की मांग है। क्षेत्र में मूलभूत आवश्यकताओं की कमी है। सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी आवश्यकता भी पूरी नहीं हो रही हैं। जनप्रतिनिधि अपने दायित्वों को पूरा करने में विफल है। इसलिए ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र में आजसू का नेतृत्व आना चाहिए।
इस मौके पर केंद्रीय सचिव सत्यनारायण महतो, जिलाध्यक्ष सचिन महतो, पूर्वी सिंहभूम जिलाध्यक्ष कन्हैया सिंह, योगेंद्र नाथ महतो, गुरुपद सोरेन, जसवीर सिंह, दुर्योधन गोप, गोपेश महतो, अरुण महतो, तुलसी महतो, शिवेश्वर महतो आदि मौजूद थे।