मिड डे मील घोटाला मामले में 100 करोड़ के घोटाला के आरोपी
संजय तिवारी को ईडी कोर्ट में हुई पेशी….
रांची ब्यूरो: मिड डे मील के करीब 100 करोड़ रुपये के घोटाला मामले में आज रांची ईडी कोर्ट में सुनवाई हुई. इस केस के मुख्य अभियुक्त संजय तिवारी को अदालत में पेश किया गया । वही कोर्ट में बुधवार को चार्जफ्रेम की प्रक्रिया की जानी थी,वही बचाव पक्ष के वकिल ने कोर्ट से निवेदन किया कि डिस्चार्ज पीटीशन दाखिल करने के लिए एक माह का समय मांगा गया. वही ईडी के वकिल के विरोध के वाद कोर्ट ने 9 जनवरी की तारीख मुकर्रर की है वही अब केस की अगली सुनवाई के दिन आरोपी के वकिल के द्वारा डिस्चार्ज पिटीशन फाइल किया जाएगा.
वही बता दे कि ईडी ने मिड डे मील घोटाला मामले सितंबर 2017 को खुलासा किया है । करीब 100 करोड़ रुपये एसबीआई धुर्वा ब्रांच से भानू कंस्ट्रक्शन के 34 खातों में अवैध तरीके से स्थानांतरित किया गया था । इस मामले में भानू कंस्ट्रक्शन के कर्मचारी पर धुर्वा थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गई थी. इस मामलों को जांच के लिए सीबीआई को सौपा गया । वर्ष 2021 में ईडी ने कांड संख्या इसीआईआर 3/2021 दर्ज कर केस अपने हाथ में लिया और गत माह 30 नवंबर को पटना से गिरफ्तार मेसर्स भानु कंस्ट्रक्शन का कर्मी राजू कुमार वर्मा को गिरफ्तार कर आठ दिनों के लिए इडी की रिमांड लिया और पुछताछ कर न्यायिक हिरासत में भेजा दिया । इस मामले में अबतक बैंक के अफसरों की भी संलिप्तता थी. बैंक के दो अफसरों को निलंबित कर दिया गया था. संजय तिवारी के साथ राजू वर्मा और सुरेश कुमार भी इस केस में अभियुक्त हैं.
रिमांड में राजू ने ईडी कीे दी अहम जानकारी :
आठ दिनों के रिमांड पर राजू ने इडी को कई अहम जानकारियां दी है। दस्तावेज के सबुतों के आधार पर इडी ने राजू की घेराबंदी की, तो उसने 1001.01 करोड़ रुपयों का बंदरबांट की कहानी बताया । राजु को रिमांड पर लेने से इडी के अनुसंधान में खुला सा किया की भानु कंस्ट्रक्शन के मुल खाते से मालिक संजय कुमार तिवारी ने 16 अगस्त, 2017 को अपने कर्मी राजू कुमार वर्मा के खाते में आठ करोड़, 27 लाख 28 हजार 309 रुपये हस्तांतरित किया था। इसके बाद राजू कुमार वर्मा ने उक्त राशि को विभिन्न खातों में हस्तांतरित किया, नकदी निकाले व वाहनों की खरीद में इस्तेमाल किया।
कई कम्पनी के साथ मिल कर निकाली गई थी राशि–
इडी को छानबीन में यह भी जानकारी मिली है कि भानु कंस्ट्रक्शन के संचालक संजय कुमार तिवारी की पत्नी गायत्री तिवारी के साथ मिलकर राजू कुमार वर्मा ने कई कंपनियां संचालित की थी। इन कंपनियों में मेसर्स एसआर इमर्जेंसी सर्विसेज, मेसर्स एसआर ग्लोबल एजुकेशन सर्विसेज एलएलपी शामिल है। गायत्री तिवारी ने भी पूर्व में इडी के सामने अपने बयान में यह स्वीकार किया था कि सभी कंपनियां संजय कुमार तिवारी व राजू कुमार वर्मा की देखरेख में चलती थी। संजय कुमार तिवारी व राजू कुमार वर्मा एक अन्य कंपनी मेसर्स भानु हाइवे प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड में निदेशक भी हैं।