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तेजस्विनी परियोजना अंतर्गत एक दिवसीय सम्मेलन समारोह सह कार्यशाला का हुआ आयोजन; मुख्य अतिथि महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग झारखंड सरकार मंत्री श्रीमती जोबा मांझी रही उपस्थित . . .

सरायकेला। भगवान बिरसा मुंडा स्टेडियम सरायकेला में तेजस्विनी परियोजना अंतर्गत एक दिवसीय सम्मेलन समारोह सह कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि झारखंड सरकार की महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा मंत्री श्रीमती जोबा मांझी उपस्थित रहे। वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में जिला परिषद अध्यक्ष सरायकेला-खरसावां सोनाराम बोदरा, जिला परिषद अध्यक्ष पूर्वी सिंहभूम, महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग के प्रोजेक्ट डायरेक्टर छवि रंजन, महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग झारखंड सरकार के सचिव कृपा नंद झा, ज्वाइंट सेक्रेट्री श्रीमती अर्चना मेहता, उपायुक्त सरायकेला-खरसावां अरवा राजकमल, उपायुक्त पूर्वी सिंहभूम श्रीमती विजया जाधव, पुलिस अधीक्षक सरायकेला-खरसावां आनंद प्रकाश एवं अन्य वरीय पदाधिकारी तथा स्थानीय जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि एवं अन्य अथितियों के द्वारा सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। तत्पश्चात मंत्री द्वारा सभी स्टाल का बारी-बारी निरीक्षण किया गया।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपायुक्त अरवा राजकमल ने कार्यक्रम में मुख्य अतिथि समय समेत अन्य अतिथियों एवं सरायकेला के विभिन्न क्षेत्र एवं पूर्वी सिंहभूम के विभिन्न क्षेत्र से आए लगभग 8000 से अधिक किशोरियों का स्वगात किया। अपने संबोधन के दौरान उपायुक्त ने कहा कि मंत्री के मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम से सरायकेला-खरसावां एवं पूर्वी सिंहभूम क्षेत्र समेत राज्य के सभी जिलों में महिलाओं के सशक्तिकरण खासकर किशोरियों को जागरूक करने में लाभदायक है। इस प्रकार के कार्यक्रम से किशोरियों को शिक्षा, रोजगार स्वरोजगार, सशक्तिकरण की दिशा में आगे बढ़ने हेतु प्रेरित किया जा सकता है। इस दौरान उन्होंने तेजस्विनी परियोजना पर प्रकाश डालते हुए महिला सशक्तिकरण हमारे समाज के लिए अति आवश्यक है। जिसके अंतर्गत तेजस्विनी परियोजना मुख्य अहम कड़ी का कार्य करती है। उन्होंने बताया कि किस प्रकार तेजस्विनी परियोजना से जुड़कर किशोरी एवं युवतियां आर्थिक रूप से आत्म निर्भर एवं स्वावलंबी बन रही हैं। जिससे हमारे एक बेहतर परिवार के साथ साथ समाज का निर्माण होता है।
कार्यक्रम मे उपस्थित महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा झारखंड सरकार के सचिव कृपा नन्द झा ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि महिला सशक्तिकरण एवं महिला का सामाजिक सर्वाधिक विकास करते हुए महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना ही तेजस्विनी परियोजना का उद्देश्य है। जिसके माध्यम से समाज के प्रत्येक महिला एवं किशोरियों को सशक्त बनाना है। साथ ही उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। जिससे कि वह अपने सभी महत्वपूर्ण निर्णय स्वयं ले सके। क्योंकि महिलाएं ना केवल परिवार बल्कि समाज के निर्माण में अहम भूमिका निभाती हैं। तेजस्विनी परियोजना के तहत यह हम सबको संकल्प करना चाहिए कि किस प्रकार बाल विवाह पर रोक लगाया जाए एवं जो बच्चियां विद्यालय नहीं जाती हैं उन्हें अधिक से अधिक संख्या में विद्यालय जाने के लिए प्रेरित करें। समाज में इस प्रकार की जागरूकता हो कि 18 वर्ष की कम किशोरियों के विवाह ना हो। साथ ही 21 वर्ष में वह पहली बार माता बने एवं पर दो बच्चों के बीच में कम से कम 3 वर्ष का अंतर अवश्य हो। इसके अलावा उन्होंने डायन कुप्रथा पर भी रोक लगाने की बात कही। इस प्रकार का आयोजन का उन्होंने काफी सराहना किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री श्रीमती जोबा मांझी ने कार्यक्रम में उपस्थित किशोरियों, तेजस्वी क्लब के सदस्यों से इस परियोजना का अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और राज्य के मुख्यमंत्री राज्य की किशोरियों, युवतियों एवं महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में निरंतर कार्य कर रहे है। उन्होंने कहा कि कौशल विकास विभाग को भी इस परियोजना से जोड़ा गया है। ताकि महिलाएं आत्मनिर्भर हों और उनका पलायन रुके। उन्होंने बताया कि केंद्र और राज्य सरकार किशोरियों, युवतियों एवं महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना चाहती है। विश्व बैंक के सहयोग से राज्य के 17 जिलों में इस परियोजना का संचालन किया जा रहा है। राज्य सरकार ने इसे सभी 24 जिलों में संचालित करने की तैयारी की है। उन्होंने कार्यक्रम में शामिल जमशेदपुर एवं सरायकेला तेजस्विनी क्लब की सदस्यों का आह्वान करते हुए अधिक से अधिक इस परियोजना से जुड़कर लाभ उठाने की अपील की। बता दें कि सरायकेला जिले में 688 तेजस्वी क्लब संचालित हो रहे हैं, जबकि जमशेदपुर में कुल क्लब संचालित हो रहे हैं। उन्होंने दोनों जिलों के उपायुक्त से क्लब की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया। इससे पूर्व मंत्री ने विभाग द्वारा लगाए एक-एक स्टॉल का निरीक्षण किया और जानकारी हासिल की। वहीं दोनों जिलों के क्लब से जुड़ी लाभार्थी किशोरियों एवं युवतियों को आर्थिक सहयोग एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में तेजस्विनी क्लब से जुड़ी लाभार्थियों ने अपने-अपने अनुभव साझा किए।कार्यक्रम में एसपी आनंद प्रकाश सहित जिले के तमाम आलाधिकारी मौजूद रहे। मंत्री द्वारा जिले के सभी प्रखंडों के लिए सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना के जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उक्त मेगा इवेंट में कलाकारों के द्वारा मानभूम शैली में छऊ की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम के दौरान मंचासीन अतिथियों द्वारा कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया गया। वही सरायकेला एवं पूर्वी सिंहभूम क्षेत्र के जुडी तेजस्वीनी परियोजना के विभिन्न क्लब से जुडी किशोरियों ने अपने अपने अनुभव साझा की एवं अन्य किशोरियों को तेजस्विनी परियोजना अंतर्गत क्लब से जुड़ कर सरकार के विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लाभ लेने हेतु प्रेरित किया। कार्यक्रम मे आये हुए विभिन्न क्षेत्र से किशोरियों एवं युवातिओ ने अपने अनुभव को साझा करते हुए बताया कि किस प्रकार तेजस्वीनी परियोजना से जुड़ने के बाद उनकी जिंदगी मे बदलाव आया है पूर्व मे वह एक आम गृहणी की तरह अपना जीवन यापन कर रही थी अब वह तजस्वीनी परियोजना से जुड़कर प्रशिक्षण पाकर आपने कौशल को बेहतर बनाकर ना केवल आत्मनिर्भर बनी है अपितु आर्थिक रूप से भी वह अपने परिवार की सहायता कर रही है।

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