केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के प्रयास से श्रीनगर में फंसे 16 मजदूर अपने घर वापस लौटे लौटे दुगनी . . .
सरायकेला SANJAY : श्रीनगर में पिछले दिनों मजदूरी करने गए दुगनी, गम्हरिया (सरायकेला-खरसावां) के 16 मजदूरों को बंधुआ मजदूरी के साथ साथ शारीरिक प्रताड़ना भी दिया जा रहा था। यह सूचना मिलने के बाद केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के कार्यालय के द्वारा स्थानीय प्रशासन के सहयोग से उन्हें छुड़ाया गया। वे सभी सकुशल अपने घर लौट गए हैं। उक्त बातें भारत सरकार के जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने कही। सरायकेला-खरसावां जिला अंतर्गत गम्हरिया प्रखंड के दुगनी के रहने वाले सभी 16 मजदूर श्रीनगर के कल्लरपुर में मजदूरी करने गए थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार सभी गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत दुगनी के रहने वाले 16 मजदूर वहां मजदूरी करने गए थे। जहां मजदूरों को बंधक बनाकर उनसे बंधुआ मजदूरी कराई जा रही थी। मजदूरों को जबरन रखे जाने का मामला केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के संज्ञान में आया, जिसके बाद केंद्रीय मंत्री के प्रयास से सभी 16 मजदूरों को सकुशल उनके घरों तक पहुंचाया गया। मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री ने स्थानीय जिला प्रशासन के सहयोग से सभी मजदूरों को सकुशल रेस्क्यू किया। बाद में उनके घर तक पहुंचाया जाने की व्यवस्था की गई। जिसके बाद मंगलवार देर रात सभी मजदूर अपने अपने घरों को लौटे। प्राप्त जानकारी के अनुसार सभी मजदूर एक निजी कंपनी में कार्यरत थे। जहां पहले कुछ मजदूर वहां काम करने गए थे। बाद में धीरे-धीरे गांव के अन्य मजदूरों को भी वे अपने साथ ले गए। कार्यरत स्थानीय मजदूरों ने परिजनों को सूचना दी कि उन्हें लगातार काम के साथ प्रताड़ित किया जा रहा है। साथ ही उनका शारीरिक और मानसिक शोषण हो रहा है। इस मामले के बाद स्थानीय जनप्रतिनिधियों पार्टी से जुड़े लोगों ने केंद्रीय मंत्री के मामले में संज्ञान लाया और फिर केंद्रीय मंत्री द्वारा प्रयास किया गया।