गेट जाम मामले में झामुमो और भाजपा आए आमने-सामने…..
सरायकेला-खरसावां (संजय मिश्रा) सरायकेला खरसावां जिला के गम्हरिया स्थित टाटा स्टील की अनुषंगी इकाई टाटा ग्रोथ शॉप के समक्ष आगामी 30 अगस्त को विभिन्न मांगों को लेकर जेएमएम द्वारा धरना प्रदर्शन करने की घोषणा के बीच पूरे मसले को लेकर भाजपा भी आर पार की लड़ाई में उतर आई है। इस बाबत भाजपा द्वारा एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन कर झामुमो के आंदोलन के कार्यक्रम पर जमकर निशाना साधा गया। भाजपा नेता ने रमेश हांसदा ने इस आंदोलन को लेकर जेएमएम नेताओं के नीति व नियत पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि यह आंदोलन ढकोसला मात्र है।
जहां एक तरफ झामुमो सरकार के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दिल्ली जाकर उद्योगों को निवेश करने को लेकर आह्वान कर रहे हैं। वही पार्टी द्वारा आदित्यपुर इंडस्ट्रियल एरिया में औद्योगिक अशांति फैलाने की कोशिश की जा रही है। यह दोहरी नीति है और पूरी तरह गलत है। जिसका भाजपा विरोध करती है।
भाजपा द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के बाद जेएमएम ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अपने आंदोलन को सही ठहराते हुए भाजपा पर पलटवार किया। झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिला अध्यक्ष डॉ शुभेंदु महतो ने कहा कि भाजपा ने आज तक कभी किसी भी स्थानीय मामलों को लेकर कोई भी कदम नहीं उठाया है और बिना अपने गिरेबान में झांके झारखंड मुक्ति मोर्चा पर आरोप लगा रही है। वहीं आक्रोशित तेवर दिखाते हुए सरायकेला जिले के आदिवासियों के बड़े नेता और विस्थापित भोमरा मांझी ने अपना गुस्सा निकालते हुए उन्होंने भाजपा के बीते 5 साल के कार्यकाल को ही कटघरे में खड़ा किया। साथ ही उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को टाटा स्टील का प्रवक्ता ना बनने की सलाह दी। उनकी पार्टी टाटा स्टील के एक इकाई का मुख्य मार्ग जाम करने वाली है न कि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय कार्यालय का। वे खुद एक विस्थापित है। आज से 50-60 बरस पहले टाटा स्टील ने भी उनके पूर्वजों के साथ किया है और अगर वे अपने हक की लड़ाई के लिए आज आगे बढ़े हैं तो झारखंड मुक्ति मोर्चा ही एकमात्र ऐसी राजनीतिक पार्टी है; जो उनके हक के आवाज को आगे बढ़ा रही है।