जनजातीय भूमिज भाषा दिवस पर आदिवासी कला संस्कृति भवन में धूमधाम से मनाया गया…
जमशेदपुर/ पोटका:अभिजीत सेन।
पोटका के पावरु आदिवासी कला सांस्कृतिक भवन परिसर में आदिवासी भूमिज समाज झारखंड की ओर से 5 अक्टूबर 2024 को आदिवासी भूमिज भाषा दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विधि विधान के साथ पूजा अर्चना कर शुभारंभ किया गया। आज के दिन आदिवासी भूमिज- समाज के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। आज के दिन झारखंड सरकार के महामुहिम राज्यपाल के द्वारा 5 अक्टूबर 2018 को दीतीय राजभाषा के रूप में स्वीकृति प्रदान किया था। यह बहुत लंबी संघर्ष के बाद आदिवासी भूमिज समाज के लिए एक उपलब्धि है।
समाज के लोगों द्वारा भूमिज भाषा दिवस को हर साल मनाने का संकल्प लिया गया और उसके अनुसार पावरू आदिवासी कला सांस्कृतिक भवन में धूमधाम से मनाया गया। जनजाति भूमिज भाषा दिवस उद्देश्य के बारे में बताया गया की आज के दिन हमारा भूमिज भाषा सरकार के साथ शामिल हुआ। भूमिज भाषा के विकास के लिए स्कूल में भूमिज भाषा पढ़ाई के लिए सरकार की ओर से शिक्षक की नियुक्ति होगी जिससे सैकड़ो भूमिज भाषा के छात्र- छात्री भूमिज भाषा के संबंध में लिख पढ सकेंगे। हर एक गांव में भूमिज भाषा के लिए जगरूकता अभियान चलाया जाएगा। क्योंकि समय परिस्थिति के अनुसार समाज के लोग अपने मातृभाषा भूमिज भाषा को कम महत्व दे रहे हैं चुकी आज बाजार बाद का भाषा प्रचलित है। जनजातीय भूमिज भाषा को जेपीएससी, जेएसएससी, एवं जैक धारा आयोजित प्रतियोगिता परीक्षाओं से झारखंड सरकार के द्वारा वंचित किया गया।
जिससे भूमिज भाषा के हजारों अभ्यथीॅ रोजगार से वंचित रह गये। इसके लिए चर्चा किया गया और रणनीति बनाया गया कि भूमिज भाषा को शामिल किया जाए। इस सुभ अवसर पर बच्चे बड़े के बीच भूमिज भाषा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में भूमिज भाषा के जीके, प्रकार का प्रश्न पूछे गए। जिसमें 18 परीक्षार्थी भाग लिए।
इसमें मौखिक एवं लिखित परीक्षा लिया गया एवं परीक्षा में फर्स्ट, सेकंड, एवं थर्ड होने वाला परीक्षार्थी को प्राइस दिया गया। भूमिज भाषा कंपटीशन में प्रथम सविता सरदार, रंजीत सरदार, रीमा सरदार रहे। कार्यक्रम में मौके पर आदिवासी भूमिज- समाज झारखंड के सहलाकर सिद्धेश्वर सरदार, अध्यक्ष जयपाल सिंह सरदार, शिशुपाल भूमिज, सीर्तन सरदार, रविंद्र सरदार, संतोषी सरदार, नियति सरदार, सुनीता सरदार, हरीश भूमिज, शत्रुघ्न सरदार, हिमांशु सरदार, लक्ष्मीकांत भूमिज, लावो घन सरदार, सपन सरदार, सूरजमानी सरदार, आदि उपस्थित रहे।