सरायकेला: विधानसभा की प्राक्कलन समिति अपने सरायकेला जिला के दौरे के क्रम में पदाधिकारियो के साथ बैठक कर योजनाओं की विभागवार समीक्षा की। बैठक में पथ निर्माण विभाग व भवन निर्माण विभाग के 10 वर्षो से अधिक समय से लंबित योजनाओं पर विभाग को तलब कर लंबित रहने के कारणो की पूरी रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा।
इस दौरान लंबित योजनाओं को लेकर सख्त टीम के सभापति सभी विभागो के योजनाओं की जानकारी मांगी। बैठक में सरायकेला खरसावां मार्ग पर संजय नदी में खापरसाई में एप्रोच रोड के अभाव में निर्माणाधीन पुल, खरसावां में 500 बेडेड अस्पताल का निर्माणाधीन भवन एवं सरायकेला का लंबित एएनएम हॉस्टल समेत कई अधूरे योजनाओं पर चर्चा हुई। बताया गया कि रिपोर्ट के आधार पर संबंधित योजनाओं के संवेदक को ब्लैक लिस्टेड कर एफआईआर करने की कारवाई करने के लिए टीम द्वारा सरकार को लिखा जाएगा। बैठक करने के पश्चात मिली अनियमितता के आधार पर जिला मुख्यालय स्थित एएनएम के अधूरे पड़े हॉस्टल का निरीक्षण विधानसभा के प्राक्कलन समिति के टीम द्वारा किया गया। भवन निर्माण विभाग द्वारा बनाए जा रहे उक्त हॉस्टल का निर्माण कार्य विगत सात महीने से अधिक समय से चल रहा है।
निरीक्षण के दौरान हॉस्टल के विभिन्न कमरो का जायजा लेते हुए टीम के सभापति चाईबासा विधायक दीपक बिरुआ व सदस्य गोमिया विधायक लंबोदर महतो काफी खफा नजर आए। निरीक्षण के पश्चात पत्रकारो से बातचीत करते हुए स्पष्ट शब्दो में टीम के सभापति ने कहा कि ऐसे भवनों में जब छात्राएं रहेगी, तो हमेशा दुर्घटना की संभावना बनी रहेगी। बताया कि एएनएम हॉस्टल का निर्माण काफी निम्न स्तर का है और इसके निर्माण में व्यापक अनियमितता पाई गई। उन्होंने कहा कि टीम द्वारा अब तक पांच जिलो का भ्रमण किया जा चुका है। और सभी जिलो में भवन निर्माण विभाग की स्थिति काफी खराब मिली। सभी जिलो में भवन निर्माण विभाग के पास करोड़ो रुपये पड़ा रहने के बावजूद बगैर कारण के भवन वर्षो से अधूरा व लंबित पाए गए। उन्होंने बताया टीम भवन निर्माण विभाग को बंद कर इसके सारे योजनाओं को अन्य विभाग को सौपने के लिए सरकार से सिफारिश करेगी। बताया कि भवन निर्माण विभाग के सभी योजनाओं की स्थिति कमोवेश यही है।