उषा मार्टिन फाउंडेशन द्वारा शिक्षा, स्वच्छता एवं सामुदायिक विकास की दिशा में अभिनव पहल
राँची । शनिवार को उषा मार्टिन फाउंडेशन द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 में टाटीसिलवे स्थित इकाई के समीपवर्ती 18 गांवों में आधारभूत संरचना के सुदृढ़ीकरण एवं शिक्षा, स्वच्छता तथा सामुदायिक जीवन को समर्पित विकास कार्यक्रमों की एक श्रृंखला प्रारंभ की गई है। इन पहलों का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हेतु अनुकूल वातावरण का निर्माण एवं सामाजिक संसाधनों की सुलभता सुनिश्चित करना है।
शैक्षणिक संरचनाओं का सुदृढ़ीकरण
ग्रामीण शिक्षा व्यवस्था को सशक्त बनाने हेतु कई विद्यालयों में मरम्मत, साज-सज्जा तथा अधोसंरचना विकास के कार्य संपन्न किए गए। मासू के मध्य विद्यालय से मुख्यमंत्री आदर्श विद्यालय हेतु बच्चों का चयन इस प्रयास का प्रमाण है। महिलौंग स्थित मध्य विद्यालय के जीर्णशीर्ण मीटिंग हॉल का पुनर्निर्माण कर उसमें प्रकाश की समुचित व्यवस्था की गई, साथ ही छात्राओं के लिए शौचालय का निर्माण कर बालिकाओं की मूलभूत आवश्यकता की पूर्ति सुनिश्चित की गई।
पुस्तकालयों का पुनर्जीवन एवं पठन संस्कृति का संवर्धन
फाउंडेशन की प्रबंधक प्रिया बागची के अनुसार, ग्रामीण विद्यार्थियों में पठन रुचि को प्रोत्साहित करने के लिए पाँच गांवों में पुस्तकालयों की स्थापना एवं पुनर्संरचना की गई है। इन केंद्रों पर पुस्तक संग्रह, रख-रखाव, एवं उपयोगिता की दिशा में जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं। वर्ष 2024 में 15 विद्यालयों के चार हजार से अधिक विद्यार्थियों को पुस्तकें वितरित की गई थीं, जबकि इस वर्ष पुस्तकालय को शैक्षणिक अभियान का केंद्र बिंदु बनाया गया है।
सामुदायिक संरचना का विकास
सिलवे गांव में सामुदायिक भवन का जीर्णोद्धार, भुवाल टोली में चबूतरे का निर्माण, और उलातू में सामुदायिक भवन सहित चारदीवारी का निर्माण कार्य संपन्न किया गया। मासू और उलातू गांवों में कुल 20 शौचालयों का निर्माण कर स्वच्छता एवं स्वास्थ्य सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई है।
सुरक्षित पेयजल हेतु नवाचार
मासू, उलातू, टाटी (पूर्वी एवं पश्चिमी), महिलौंग, होरहाप, हरातू और सिलवे गांवों में जलमीनार की टंकियों को प्रतिस्थापित कर नवीन सौर ऊर्जा चालित पंप और प्लंबिंग सिस्टम स्थापित किए गए हैं, जिससे गर्मियों में जल संकट से राहत मिलेगी। इस पहल से लगभग 800 परिवारों को शुद्ध पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित हुई है।
बाल विकास एवं खेल सामग्री का वितरण
छोटे बच्चों के लिए खिलौने, पुस्तकें एवं खेल सामग्री भी प्रदान की गई हैं। साथ ही, अंगड़ा में आयोजित बैठक में एकल विद्यालय के 10 आचार्यों को दरी एवं खेल सामग्री वितरित की गई, जिससे ग्रामीण बच्चों के सर्वांगीण विकास की दिशा में एक और कदम बढ़ाया गया।
उद्गार
फाउंडेशन के प्रमुख मयंक मुरारी ने कहा कि, “हमारा उद्देश्य केवल संरचनात्मक विकास नहीं, बल्कि शिक्षा, स्वच्छता और सामाजिक सशक्तिकरण की समेकित दिशा में कार्य करना है। ग्रामीण परिवेश में बदलाव लाने के लिए यह सतत प्रयास जारी रहेगा।”
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