जैंतगढ़ में हाईटेंशन तार से लिपटने से एक हाथी की मौत,बिजली
विभाग पर ग्रामीणों ने लाप्रवाही का लगाया आरोप….
पश्चिमी सिंहभूम : कोल्हन क्षेत्र में हाथीयों का आतंक नम्बर से प्रारंभ हो जाता है । कोल्हान क्षेत्र हाथी के प्रजनन केन्द्र माना गया है जिसका प्रभाव धान के कटनी से दिखने लगता है । हाथीयों के आगमन के क्रम में खेतों में कटे धान को नुकसान तो करता ही है ।
बिजली करंट से एक हाथी की मौत की खबर :-
पूर्वी सिंहभूम के जादूगोड़ा के बाद पश्चिमी सिंहभूम के जैंतगढ़ में बिजली करंट से एक हाथी की मौत की खबर सामने आयी है. खेत में झूलते 11 हजार के हाईटेंशन तार की चपेट में आने से हाथी की मौत हुई. एक साल पहले भी इसी जगह पर दो बैलों की करंट लगने से मौत हो चुकी है. इसके बावजूद बिजली विभाग गंभीरता से नहीं है. इसी क्रम में झारखंड के जैंतगढ़ में खेत में झूलते हाईटेंशन तार से लिपटने कर एक मादा हाथी की मौत हो गयी. पिछले साल भी इसी जगह पर करंट लगने से दो बैलों की मौत हो चुकी है.
बिजली विभाग की लापरवाही से हाथी की गयी जान :
बिजली विभाग की लापरवाही और झूलते तारों की चपेट में आने से विशालकाय मादा जंगली हाथी का जीवन छीन लिया. घटना पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत नोवामुंडी वन क्षेत्र स्थित जैंतगढ़ बीट के जुगीनांदा गांव के पास हेसाडीपा की बतायी जा रही है. जानकारी के अनुसार, 23 जंगली हाथियों का झुंड ओड़िशा की ओर से इस क्षेत्र में आकर विचरण कर रहा है. हाथियों का झुंड जामपानी, डॉऊबेड़ा, दीरीबुरु और धोड़ीपाट के जंगल में विचरण कर रहा है. इसी बीच इस झुंड से एक मादा हाथी भटककर घटनास्थल की ओर आ गई, जहां हाईटेंशन तार की चपेट में आने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई.