
बहरागोड़ा: राज्यपाल संतोष गंगवार ने 120 मेधावी छात्रों को किया सम्मानित, बोले– शिक्षा से ही होगी विकास
संवाददाता: विश्वकर्मा सिंह
बहरागोड़ा मुख्य बाजार स्थित देव वाटिका में मंगलवार को एक भव्य ‘प्रतिभा सम्मान समारोह’ का आयोजन किया गया. संस्था ‘आशीर्वाद’ के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए, जबकि जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो विशिष्ट अतिथि के रूप में मंच पर उपस्थित थे.
कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान से हुई. राज्यपाल संतोष गंगवार प्रतिभा सम्मान समारोह कार्यक्रम के संयोजक डॉ दिनेशानंद गोस्वामी और सांसद विद्युत वरण महतो ने दीप प्रज्वलन कर समारोह का विधिवत उद्घाटन किया. स्वागत पुष्पगुच्छ देकर भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिनेशानंद गोस्वामी ने महामहिम राज्यपाल का स्वागत किया. इस कार्यक्रम में झारखंड एकेडमिक काउंसिल, सीबीएसई और आईसीएसई एवं जैक बोर्ड की 10वीं परीक्षा में बहरागोड़ा प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों से प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने वाले 120 मेधावी छात्र-छात्राओं को उपहार और महामहिम राज्यपाल के हाथों से प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया.
राज्यपाल ने की ग्रामीण प्रतिभाओं की सराहना, डॉ. गोस्वामी के प्रयासों को बताया प्रेरणास्रोत
अपने संबोधन में महामहिम राज्यपाल संतोष गंगवार ने कहा कि समाज की सबसे बड़ी पूंजी उसकी युवा प्रतिभा होती है. जब विद्यार्थी कठिन परिस्थितियों में भी उत्कृष्टता प्राप्त करता है, तो वह न केवल व्यक्तिगत सफलता है, बल्कि समाज की सकारात्मक दिशा का भी परिचायक है.
राज्यपाल ने आगे कहा कि यह समारोह केवल पुरस्कार वितरण नहीं है, बल्कि यह परिश्रम, अनुशासन और समर्पण के मूल्यों का उत्सव है. उन्होंने विशेष रूप से डॉ. दिनेशानंद गोस्वामी की सराहना करते हुए कहा कि बहरागोड़ा में डॉ. गोस्वामी जैसे समाजसेवियों के प्रयासों से प्राथमिक शिक्षा की नींव मजबूत हो रही है. यह कार्यक्रम शहर तक सीमित नहीं, बल्कि गांव-गांव की प्रतिभाओं को मंच प्रदान कर रहा है. राज्यपाल ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे इंजीनियर, डॉक्टर या अन्य सफल पेशेवर बनें, लेकिन सबसे पहले एक अच्छा इंसान बनें और समाज के विकास में सहभागी बनें. यही सामाजिक जिम्मेदारी राष्ट्र निर्माण को मजबूती देती है. उन्होंने यह भी कहा कि सीमावर्ती क्षेत्र बहरागोड़ा के बच्चों में असीम संभावनाएं हैं और उच्च शिक्षा में झारखंड को आगे लाने के लिए डॉ. गोस्वामी द्वारा जो आग्रह किया गया है. उस पर गंभीरतापूर्वक कार्य किया जाएगा.
डॉ. गोस्वामी ने रखी बहरागोड़ा विश्वविद्यालय और कृषि अनुसंधान इकाई की मांग
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संयोजक डॉ. दिनेशानंद गोस्वामी ने कहा कि बहरागोड़ा झारखंड, बंगाल और ओडिशा के त्रिवेणी संगम पर स्थित शिक्षा का केंद्र है. यहां विश्वविद्यालय की स्थापना होनी चाहिए. बहरागोड़ा कॉलेज में पीजी की सभी विभागों में पढ़ाई शुरू हो और बिरसा कृषि विश्वविद्यालय की एक इकाई भी यहां खोली जाए, ताकि किसानों को सीधा लाभ मिल सके. उन्होंने बच्चों से कहा कि यह उम्र है कुछ बनने की. खुद से प्रतिस्पर्धा करें, पिछली बार से ज्यादा भर्तियां अंक लाएं. संकल्प लें कि अच्छे नागरिक बनकर इस क्षेत्र का विकास करेंगे. डॉ गोस्वामी ने कहा “चलो जलाएं दीप वहां, जहां अभी भी अंधेरा है”.
सांसद विद्युत वरण महतो ने स्वास्थ्य सेवाओं पर जताई चिंता
सांसद विद्युत वरण महतो ने अपने संबोधन में कहा कि बहरागोड़ा शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी है. लेकिन स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी आज भी एक बड़ी चुनौती है. उन्होंने अच्छे अस्पतालों की जरूरत पर जोर दिया.
राज्यपाल ने छात्रों के साथ किया भोजन, विद्यार्थियों में दिखा गर्व
कार्यक्रम की विशेष बात यह रही कि डॉ. गोस्वामी के आग्रह पर राज्यपाल संतोष गंगवार ने समारोह के बाद सभी 120 मेधावी विद्यार्थियों के साथ बैठकर भोजन किया. राज्य के प्रथम नागरिक के साथ भोजन करना विद्यार्थियों के लिए अविस्मरणीय क्षण था. उनके चेहरों पर गर्व और उत्साह की झलक साफ देखी जा सकती थी. इस कार्यक्रम का संचालन बापतू साहू ने किया.
इस मौके पर घाटशिला जिला परिषद सदस्य देवयानी मुर्मू, सत्या तिवारी, रंजीत कुमार बाला, सुमन कल्याण मंडल, गौरी शंकर महतो, कुमार गौरव पुष्टि, श्रीवत्स घोष, भक्ति श्री पंडा, उत्पल पैड़ा, वकील घोष, दिलीपानंद गोस्वामी, मिठू साहू, दीपेन मन्ना, पिकलू घोष, गौरी शंकर ओझा, काजल महाकुड़, ज्योत्सनामयी बेरा, दिबाकर शर्मा, कृष्णा पाल, मंजुला पोलाई, संजय प्रहराज, मामूनी दास, बीना पात्र, मौमिता माईती, निहारिका मन्ना, प्रीतिका महापात्र आदि उपस्थित थे.
