राजधानी बांध में सरहुल पर्व का आयोजन ,तीन राज्य के परंपरागत वेशभूषा में शामिल हुये आदिवासी समुदाय…
बहरागोड़ा ( देवाशीष नायक)
बहरागोड़ा प्रखंड के राजला बंद पंचायत के राजला बांध में आज सरहुल पर्व का आयोजन किया गया । माना जाता है कि बहरागोड़ा तीनों राज्य के आदिवासी समुदाय का केन्द्र है । वही आज सरहुल लगभग में 5000 आदिवासी श्रद्धालु एकत्रित हुए हैं और पारंपरिक वेशभूषा में पारंपरिक नृत्य के साथ सरहुल मना रहे हैं.
मौके पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय सदस्य सह क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार के सदस्य आदित्य प्रधान पारंपरिक वेशभूषा और नागाडे के थाप पर नित्य किया.
आदिवासी उरांव सरहुल पूजा समिति के द्वारा विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित कार्यक्रम में आदितो प्रधान शोभा में शामिल हुई. आदिवासी उरांव समाज के लोगों से मिलकर उन्हें सरहुल की बधाई दिया एवं शोभायात्रा में शामिल हुई.सरहुल में शामिल हुई
आदितो प्रधान इस पावन सरहुल कार्यक्रम में आमंत्रित करने के लिए आदिवासी समाज सरहुल पूजा समिति” का विशेष रूप से आभार प्रकट किया. सरहुल की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि सरहुल मूल रूप से प्रकृति की पूजा जनजातीय समुदाय के द्वारा किए जाने वाला प्रमुख पर्व है. जो की नई फसल कटाई से संबंधित है. शोभा में परंपरागत रूप से होने वाले नृत्य में भी शामिल हुई.