अफीम तस्करों को बड़ा झटका चाईबास पुलिस ने बड़े पैमाने पर
अफीम की खेती नष्ट किया ……
चाईबासा :- झारखंड के नक्सल प्रभावित कोल्हान के चाईबासा जिले में बड़े पैमाने पर हो रही अफीम की खेती रोकते हुये 2 एकड़ अफीम की खेती को नष्ट किया । नक्सल प्रभावित क्षे़त्र में नशा के विरूद्ध मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसे लेकर राज्य पुलिस की ओर तैयार की गयी एक व्यापक कार्य योजना को हरी झंडी दे दी है.
यह माना जा रहा है कि नक्सल प्रभावित चाईवासा जिले में अफीम पोस्त की खेती हुई है. विगत कई वर्षों से पुलिस ने अभियान भी चलाया और हजारों एकड़ में अफीम की तैयार फसल नष्ट भी की है, लेकिन इसके बावजूद जंगलवर्ती इलाकों में अफीम के धंधे को पूरी तरह रोक पाना मुमकिन नहीं हो पाया है.
वही चाईबासा पुलिस ने फिर अफीम तस्करों के खिलाफ कार्रवाही करते हुये एक बड़ा झटका दिया है. बताया जा रहा है कि पुलिस को मिली गुप्त सूचना पर बाद जिले के एसपी के निर्देश पर बंदगांव पुलिस ने मुरुमबुरा गांव के समीप पहाड़ियों से सटे जंगली क्षेत्र में लागभग दो एकड़ भूमि पर किए जा रहे अवैध अफीम की खेती को नष्ट कर दिया है. वहीं टोबो थाना क्षेत्र के टोनांग में भी करीब एक एकड़ भू- भाग में लगे अफीम की फसल को नष्ट कर दिया है.
इस दौरान थाना प्रभारी बंदगांव, थाना प्रभारी टेबो, प्रखंड कल्याण पदाधिकारी बंदगांव, अंचल निरीक्षक बंदगांव एवं जिला पुलिस बल के जवान शामिल रहे. मिली जानकारी के अनुसार नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण बड़ी मात्रा में नक्सलियों के सह पर क्षेत्र में अफीम की खेती होती है. बताया जाता है कि अफीम तस्कर भोले- भाले ग्रामीणों को बहला- फुसलाकर उनकी जमीन पर अफीम की खेती करते हैं और नक्सलियों की सांठगांठ से दूसरे राज्यों में तस्करी कर मोटी रकम उगाही करते हैं.
जानकारी देते हुए चाईबासा एसपी अजय लिंडा ने बताया कि उन्हें लगातार सूचनाएं मिल रही थी, कि बंदगांव और टोबो थाना क्षेत्र में अफीम तस्कर बड़े पैमाने पर अफीम की खेती कर रहे हैं, जिसके बाद एक टीम गठित कर अफीम तस्करों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया गया था. उन्होंने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि अपनी जमीन पर अवैध अफीम की खेती न करें, न ही किसी के बहकावे में आकर अपनी जमीन लीज या पट्टे पर देकर उन्हें बढ़ावा दें. उन्होंने बताया कि अफीम की खेती करवाने वाले जमीन मालिकों के विरुद्ध कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है.