सरकारी अनाज की कालाबाजारी से मालामाल हो रहे हैं,अनाज
के कारोबारी ओर संबंधित पदाधिकारी…….
(डीलर सीधे घटक जा रहे है सराकारी आनाज, ग्रामीण पीछले 7 माह का राशन का
मांग रहे है हिसाब )
चाईबासा- सरकारी राशन का अवैध कारोबार दिन-रात फल फूल रहा है। यहां केंद्र एवं राज्य सरकार के द्वारा गरीबों को दी जाने वाली राशन पर अनाज माफियाओं की नजर गड़ गई है। अनाज माफिया अधिकारियों की मिलीभगत से दिन के उजाले में गरीबों के अनाज पर डाका डाल रहे हैं। माफियाओं पर प्रशासनिक कार्रवाई नहीं होने के कारण यहां माफियाओं के द्वारा लगातार अनाज का अवैध कारोबार किया जा रहा है।
जिससे उनकी चांदी कट रही है। वही जांच के नाम पर प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा सिर्फ खानापूर्ति किये जाने के कारण अनाज माफियाओं के हौसले दिनों दिन बुलंद होने के साथ साथ खुलेआम राशन की कालाबाजारी कर मालामाल हो रहे हैं।
ऐसा ही मामला चाईवासा के हाटगम्हरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत कोचड़ा गांव के ग्रामीण राशन नहीं मिलने की मांग को लेकर उपायुक्त दरबार पहुंचे गांव वालों ने आरोप लगाया है कि राशन डीलर के द्वारा सरकार द्वारा दिए जाने वाले मुफ्त अनाज की आपूर्ति विगत 7 महीनों से नहीं की गई है और जो रेगुलर अनाज 35 किलो मिलता है उसमें भी डीलर के द्वारा कटौती की जाती है,
ग्रामीणों ने बताया कि महाविष्णु नामक महिला समिति के द्वारा उन लोगों को राशन की सप्लाई की जाती वहीं , मगर डीलर के द्वारा पिछले 7 महीनों से उन्हें सरकार द्वारा दिए जाने वाला 7 माह का भुगतान आज नहीं मिला है इस बात की शिकायत जब उन लोगों ने की तो डीलर द्वारा उन्हें संतोषजनक जवाब भी नहीं मिला वही संदर्भ में जब लोगों ने प्रशासन से इसकी शिकायत की थी
तो उन्हें जन सुनवाई के लिए बुलाया गया था मगर समय पर जानकारी नहीं होने के कारण वह लोग 7 तारीख को नहीं पहुंच पाए जिला प्रशासन द्वारा 7 तारीख को जनसुनवाई की जानी थी वहीं ग्रामीणों के नहीं पहुंचने के बाद जिला प्रशासन ने अपने स्तर से कार्यवाही करते हुए गांव वालों को अनाज मुहैया कराने की बात कही