
चाकुलिया: फर्जी जन्म प्रमाणपत्र मामले के मुख्य आरोपित पंचायत सचिव का एमजीएम अस्पताल में इलाज के दौरान हुआ निधन
संवाददाता: विश्वकर्मा सिंह
चाकुलिया प्रखंड अंतर्गत मटियाबांधी पंचायत के निलंबित पंचायत सचिव सुनील महतो (59) का निधन हो गया. उनका जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में पुलिस अभिरक्षा में इलाज चल रहा था. सुनील चाकुलिया के बहुचर्चित जन्म प्रमाण पत्र फर्जीवाड़ा मामले के मुख्य आरोपित थे. कई तरह की बीमारियों से पीड़ित सुनील महतो का जेल भेजे जाने के बाद से ही जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में इलाज चल रहा था. वे हाई शुगर, हाई ब्लड प्रेशर, किडनी व लिवर संक्रमण समेत कई प्रकार की जटिल रोगों से ग्रसित थे. मूल रूप से धालभूमगढ़ प्रखंड के मुडाकाटी गांव निवासी सुनील लंबे समय से चाकुलिया प्रखंड में बतौर पंचायत सचिव पदस्थापित थे. बीते अप्रैल महीने में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र का मामला उजागर होने के बाद 2 मई को सुनील महतो के अलावा मटियाबांधी पंचायत के वीएलई सपन महतो एवं मालकुंडी के वीएलई शिवम डे के विरुद्ध चाकुलिया थाने में प्राथमिकी की दर्ज की गई थी. 3 मई को पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था. इसके दो दिन बाद सुनील महतो समेत तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया था. हालांकि पुलिस द्वारा हिरासत में लेने के साथ ही पहले से ही बीमार चल रहे सुनील महतो की तबीयत और बिगड़ गई. जेल भेजने के बाद ही उन्हें इलाज के लिए जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में भर्ती करना पड़ा. वहां इलाज के दौरान उनकी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ और आखिरकार शुक्रवार की रात उन्होंने दम तोड़ दिया.
4200 से अधिक फर्जी जन्म प्रमाण पत्र हुए थे निर्गत
प्राथमिकी दर्ज करने के बाद जब पुलिस ने मटियाबांधी में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि इस पंचायत से 4200 से अधिक फर्जी प्रमाण पत्र निर्गत हुए है. बाद में पुलिस ने इस मामले के मास्टरमाइंड सोनू कुमार समेत पूरे राज्य से कुल 7 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. अभी भी इस मामले की जांच चल ही रही है. वे अगले वर्ष सेवानिवृत्त होने वाले थे. इसी बीच पंचायत सचिव सुनील महतो का निधन हो गया है.
