
चाकुलिया: शांति देवी सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में बाल संसद का चुनाव हेतु मतदान कार्यक्रम किया गया आयोजित
संवाददाता: विश्वकर्मा सिंह
चाकुलिया नगर पंचायत क्षेत्र स्थित शांति देवी सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में सोमवार को बाल संसद का चुनाव हेतु मतदान कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस दौरान सर्वप्रथम प्रधानाचार्य कमलाकांत प्रमाणिक ने पहले मत देकर कार्यक्रम का उद्घाटन किया. तत्पश्चात कक्षा तृतीय से दशम तक के भैया बहनों ने शिशु भारती के अध्यक्ष एवं सचिव पद हेतु मतदान प्रक्रिया में हिस्सा लिया. सभी भैया बहन अपने पसंदीदा उम्मीदवार को वैलेट पेपर पर अपना मत दिया. मतदान प्रक्रिया में हिस्सा लेकर सभी भैया बहन काफी उत्साहित नजर आए. कार्यक्रम की प्रासंगिकता के संदर्भ में प्रधानाचार्य ने विचार रखते हुए कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य भैया बहनों में लोकतांत्रिक व्यवस्था से परिचय कराना था. मतदान के पश्चात मत पेटियों को सील कर दिया गया. मतगणना आगामी 13 मार्च मंगलवार को संपन्न होगा एवं निर्वाचित शिशु भारती के पदाधिकारी का शपथ ग्रहण भी कराई जाएगी. साथ ही सोमवार को बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर अहिंसा के पूजारी भगवान बुद्ध की जयंती भी मनाई गई.
बालसभा को संबोधित करते हुए प्रधानाचार्य ने कहा कि महात्मा बुद्ध नेपाल के शाक्य वंश राज परिवार में राजा शुद्धोधन के घर में 563 ई० पूर्व जन्म लिए, 29 वर्ष की अवस्था में उन्होंने जीवन मरण के रहस्य को जानने के लिए घर का त्याग किया और बोधगया स्थित बोधि वृक्ष के नीचे उन्होंने वर्षों तपस्या कर 35 बर्ष की आयु में ज्ञान प्राप्त कर बौद्ध धर्म की स्थापना किया एवं सिद्धार्थ से भगवान बुद्ध बन गए. उन्होंने विश्व को अहिंसा का संदेश दिया. आज पूरे विश्व में उनके अनुयायी उन्हें ईश्वर का अवतार मानकर उनकी पूजा करते हैं एवं उनके द्वारा बताए गए मार्ग पर चलते हैं.
इस मौके पर आचार्य हरिपद महतो, मनोज महतो, विकास महतो, दिलीप महतो, विप्लव कुमार ,गौर हरि दास, तापस बेरा, सुजित माईती ,पिंकी घोष , नमिता राउत, मनीषा महतो, सावित्री महतो, वंदना दास, लक्ष्मी सिंह आनंदित करुणामय आदि उपस्थित थे.
