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वितरण सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ आयोजन, परिसंपत्तियों

का हुआ वितरण….

चांडिल (Bidhyut Mahato) जल ही जीवन है, जल का बचाव व भुस्तरिय जल का लेवल को बढ़ाना एक बहुत बड़ा चुनौती हो गया है। जन जाग्रति से ही इस विकट समस्या से निजात मिल सकता है। आने वाले इस चुनौती को पार करने के लिए जलछाजन कार्यक्रम हर क्षेत्र में चलाया जा रहा है। इसी को लेकर शनिवार को सरायकेला खरसावां जिला के ईचागढ़ प्रखंड क्षेत्र के पिलीद स्टेडियम में जिला प्रशासन कि ओर से नवाड व जछाजन द्वारा वितरण सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में तालाब कुंआ आदि सुखने के कारणों के संबंध में जानकारी दिया गया। जलछाजन योजना के अन्तर्गत खेतों, पठारी, पहाड़ी क्षेत्रों व मैदानी क्षेत्रों में जल का वहाव को रोककर जमीन के अंदर में जल को रोककर भुमीगत जल का लेवल बढ़ाने का जानकारी दिया गया। साथ ही जलछाजन कार्यक्रम का उद्देश्य भी बताया गया। वहीं किसानों को नावार्रड व जल छाजन योजना के तहत कृषि उपकरण, आजिविका के लिए बकरी पालन,मुर्गी पालन, बत्तख पालन को लेकर जानकारी दिया गया। वितरण सह प्रशिक्षण कार्यक्रम में किसानों के बीच सोलर चालित पंपसेट , स्प्रेयर मशीन,पैड़ी थ्रेसर आदि का वितरण किया गया।

वहीं आजिविका के लिए बत्तख चुका व मुर्गी चुजा का भी वितरण किया गया। वहीं जिला तकनीकी पदाधिकारी राजकुमार पींगुआ ने बताया कि वितरण सह प्रशिक्षण कार्यक्रम में स्थाई किसान समितियों के बीच सोलर पंप सेट,धान झड़ाई मशीन, स्प्रे मशीन आदि का वितरण किया गया। वहीं भुमीहिन महिला समितियों के बीच प्रखंड विकास पदाधिकारी कीकू महतो के द्वारा आजिविका हेतु मुर्गी व बत्तख चुजा का वितरण किया गया।
मौके पर बीडीओ कीकू महतो, नोडल पदाधिकारी शिव कुमार साव, प्रभात प्रामाणिक, सचिव जवाहरलाल महतो, कनिय अभियंता हेमंत महतो, चिंतामणि गोप,राजकमल यादव,श्याम चांद प्राथमिक, रविन्द्र पातर आदि उपस्थित थे।

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